मेलबर्न वनडे: धोनी की धमाकेदार बल्लेबाजी के दम पर भारत ने रचा इतिहास, सीरीज पर जमाया कब्जा, बने कई रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम ने वनडे सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया है। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए तीसरे और आखिरी वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को भारतीय टीम ने 7 से विकेट मात दी।
महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 87) और केदार जाधव (नाबाद 61) के बीच चौथे विकेट के लिए हुई 121 रनों की साझेदारी के दम पर भारत ने शुक्रवार को मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया को हराने में बड़ी कामयाबी मिली। भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया में पहली द्विपक्षीय सीरीज जीत है।
भारतीय गेंदबाजों ने 6 विकेट लेने वाले लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की अगुआई में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए |ऑस्ट्रेलिया को 48.4 ओवरों में 230 रनों पर ढेर कर दिया। इस लक्ष्य को भारत ने चार गेंद रहते रहते तीन विकेट खोकर हासिल कर जीत दर्ज की। वहीं चहल को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
चहल ने इस सीरीज में अपना पहला मैच खेला और इतिहास रच दिया। वह आस्ट्रेलियाई जमीन पर वनडे में छह विकेट लेने वाले पहले स्पिनर और दूसरे भारतीय हैं। उनसे पहले तेज गेंदबाज अजित आगरकर ने मेलबर्न में 2004 में छह विकेट लिए थे।
धोनी ने अपनी नाबाद पारी में 114 गेंदों का सामना किया और 6 चौके जड़े। धोनी का ये इस सीरीज में लगातार तीसरा अर्धशतक है। उन्हें अपने शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। धोनी को हालांकि उनकी पारी में जीवनदान भी मिले। धोनी ने इसी के साथ ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर वनडे में अपने 1हजार रन पूरे किए। वह ऐसा करने वाल चौथे भारतीय हैं। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया में वनडे में 1 हजार रन पूरे कर चुके हैं।
केदार ने 57 गेंदों की पारी में 7 बार गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया। इन दोनों के अलावा विराट कोहली ने 46 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टी को 15 के कुल स्कोर पर पहला झटका लगा। यहां रोहित शर्मा (9) पीटर सिडल की गेंद पर शॉन मार्श का शिकार बने। मार्कस स्टोइनिस ने शिखर धवन को (23) को 59 के कुल स्कोर पर अपनी ही गेंद पर लपक कर भारत को दूसरा झटका दिया।
यहां से कप्तान कोहली और धोनी ने पिछले मैच की तरह फिर अपनी जुगलबंदी दिखाई और विकेटों के बीच तेजी से रन लेते हुए स्कोरबोर्ड चालू रखा। धोनी अपनी फॉर्म में लौट चुके थे हालांकि उन्होंने पैर जमाने के लिए समय लिया।
कोहली अपने अर्धशतर्क से महज चार रन दूर थे और तभी झाए रिचर्डसन की गेंद पर वह विकेट के पीछे एलेक्स कैरी के हाथों लपके गए। ऑस्ट्रेलिया को यहां मैच में वापसी की उम्मीद जगी, लेकिन टीम में अपनी जगह पक्की करने में लगे जाधव ने मौका का फायदा उठाया और धोनी के साथ मिलकर बेहतरी खेल का प्रदर्शन किया। धौनी और जादव ने शतकीय साझेदारी कर टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई। जाधव ने आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर चौका मार जीत हासिल की।