केजरीवाल और एलजी में फिर बढ़ा टकराव, भरी सभा में सीएम ने फाड़ी एलजी कमेटी की रिपोर्ट
अरविंद केजरीवाल राजधानी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने पर RWA और मार्केट एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सीसीटीवी कैमरों से जुड़ी उपराज्यपाल की तरफ से गठित कमेटी की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए इसे करप्शन को बढ़ावा देने वाला बताया और रिपोर्ट को फाड़ दिया
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद दिल्ली में सीएम केजरीवाल और लेफ्टिनेंट गवर्नर के बीच टकराव खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।अब दोनों के बीच दिल्ली में लगने वाले सीसीटीवी कैमरों को लेकर जंग शुरू हो गई है। सीएम केजरीवाल ने इस संबंध में एलजी की एक रिपोर्ट को भरी सभा में सबके बीच फाड़ दिया। दरअसल अरविंद केजरीवाल राजधानी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने पर RWA और मार्केट एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सीसीटीवी कैमरों से जुड़ी उपराज्यपाल की तरफ से गठित कमेटी की रिपोर्ट का जिक्र किया। केजरीवाल ने कहा कि इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर दिल्ली में कोई सीसीटीवी लगाता है तो उसके लिए दिल्ली पुलिस से लाइसेंस लेना पड़ेगा। इसी का विरोध करते हुए केजरीवाल ने इस रिपोर्ट को जनता मर्जी की बताते हुए फाड़ दिया।
आपको बता दें कि एलजी की तरफ से गठित कमेटी ने सिफारिश की है कि दिल्ली में कहीं भी सीसीटीवी लगगाने से पहले पुलिस से इजाजत लेनी होगी। रिपोर्ट के मुताबिक अगर कोई अपने खर्च पर भी सीसीटीवी लगाना चाहता है तब भी उसे पुलिस के लाइसेंस लेना ही पड़ेगा। कमेटी की इस सिफारिश का विरोध करते हुए केजरीवाल ने कहा कि सीसीटीवी लगाने के लिए लाइसेंस का मतलब है कि पैसा चढ़ाओ और लाइसेंस ले जाओ।
गौरतलब है कि दिल्ली में अपराध खासकर महिलाओं के खिलाफ बढ़ते क्राइम पर लगाम के लिए सीसीटीवी लगाना केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के बड़े चुनावी मुद्दों में से एक है, लेकिन सरकार बनने के तीन साल से ज्यादा वक्त बीत जाने के बावजूद पार्टी का ये वादा पूरा नहीं हो सका है। पार्टी इसके लिए केंद्र सरकार और उपराज्यपाल को जिम्मेदार ठहराती है।