देश में डीजल वाहन खरीदने वालों को केंद्र सरकार देगी झटका? 10% GST बढ़ाने की तैयारी
देश में डीजल वाहन खरीदने वाले लोगों को केंद्र सरकार झटका दे सकती है। डीजल वाहनों पर 10 फिसदी जीएसटी बढ़ाया जा सकता है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने डीजल वाहनों पर 10 फिसदी जीएसटी लगाने की सिफारिश की बात कही है। नितिन गडगरी ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “डीजल की वाहन नहीं बढ़नी चाहिए और इसलिए आप (जनता) अपने स्तर पर यह निर्णय लें। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं सरकार, वित्त मंत्री को यह सिफारिश करूंगा कि डीजल अधिक प्रदूषण कर रहा है। इसिलए इसको हतोत्साहित करने के लिए इस पर अतिरिक्त 10 फिसदी टैक्स लगाना चाहिए।”
नितिन गडकरी ने कहा कि साल 2014 के बाद देश में डीजल वाहन 52 फीसदी थे, जो घटकर अब 18 फीसदी हो गए हैं। उन्होंने कहा डीजल वाहनों की संख्या और घटाने की जरूरत है, क्योंकि देश में प्रदूषण बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि डीजल गाड़ियों की संख्या नहीं घटी तो मैं वित्त मंत्री से डीजल वाहनों पर 10 फीसदी प्रदूषण टैक्स बढ़ाने की सिफारिश करूंगा।
डीजल से निकलने वाला प्रदूषण है जानलेवा
एक रिपोर्ट के मुताबिक, डीजल की वजह से 2015 में दुनियाभर में 3,85,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। गौर करने वाली बात यह है कि डीजल की वजह से सिर्फ भारत में 75,000 लोगों की जान चली गई थी।
रिसर्च में यह पाया गया कि भारत में वहानों से निकलने वाले धूंसे से मौतों की कुल संख्या में से 66 फीसदी डीजल गाड़ियों की वजह से हुई। रिसर्च में यह बात भी सामने आई कि 2015 में सड़क पर चलने वाले डीजल वाहन दुनियाभर में परिवहन से होने वाले प्रदूषण से पैदा हुई करीब आधी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए जिम्मेदार थे।
भारत में डीजल से कहां कितनी मौतें हुईं?
दिल्ली में डीजल से 2.5 फीसदी मौतें हुईं, कोलकाता में 1.8 फीसदी, मुंबई में 1 फीसदी, हैदराबाद में 0.4 फीसदी, बेंगलुरु में 0.4 फीसदी, पुणे में 0.3 फीसदी और चेन्नई में 0.3 फीसदी मौतें हुईं।
डीजल वाहनों पर क्यों GST बढ़ाने की तैयारी है?
डीजल वाहनों से निकलने वाले धूएं से हर साल भारत में हजारों लोगों की जान चली जाती है, यही वजह है कि सरकार डीजल वाहनों पर सख्ती बढ़ाने के बार में सोच रही है। नितिन गडकरी का कहना है कि अगर डीजल वाहनों पर टैक्स बढ़ाया गया तो जाहिर है इसे खरीदने में लोगों की रूची घटेगी। और ऐसे में डीजल वानहों की संख्या आपने आप घट जाएगी। जाहिर है इससे देश में प्रदूषण भी घटेगा।