उत्तराखंड में हाईकोर्ट के आदेश के बाद हर जिले में लौट रहे प्रवासियों को संस्थागत तरीके से क्वारंटीन किया जा रहा है।
अलग-अलग शहरों में प्रशासन प्रवासियों को पंचायत घरों, स्कूलों और होटलों में क्वारंटीन कर रहा है। इसी कड़ी में अल्मोड़ा प्रशासन प्रवासियों को होटल में क्वारंटीन कर रहा है। इसके लिए प्रशासन ने शहर में कई होटल बुक किये हैं। शहर में अब तक हजारों की तादाद में प्रवासी लौट चुके हैं। जिनमें से 500 से ज्यादा लोगों को होटल में क्वारंटीन किया गया है, लेकिन प्रशासन के होटल में प्रवासियों को ठहराने का अब स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है।
नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश जोशी ने कहा कि लोग प्रवासियों की क्वारंटीन की व्यवस्था के खिलाफ नहीं है, लेकिन शहर के जिन होटलों को फिलहाल क्वारंटीन सेंटर में तब्दील किया गया है, वो घनी आबादी के बीच है। जिससे स्थानीय लोगों में भी कोरोना महामारी फैलने का खतरा है। हमारी मांग है कि क्वारंटीन सेंटर को शहर से दूर बनाया जाना चाहिए।
वहीं दूसरी तरफ प्रशासन क्वारंटीन किये जा रहे लोगों की कोरोना जांच करा रही है। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आ रही उन्हें बेस कोविड अस्पताल भेजा जा रहा है। जिन लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है उन्हें घर भेज दिया जा रहा है। आपको बता दें कि पहले प्रवासियों को होम क्वारंटीन किया जा रहा था, लेकिन हाईकोर्ट के निर्देश के बाद हर जिले का प्रशासन प्रवासियों क संस्थागत तरीके से क्वारंटीन कर रहा है। अल्मोड़ा में अब तक 21748 हज़ार से अधिक प्रवासी आ चुके हैं।
हरीश भंडारी की रिपोर्ट
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