जामिया के छात्रों के समर्थन में प्रियंका ने इंडिया गेट पर दिया धरना, कहा- ये देश गुंडों की जागीर नहीं
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान जामिया के छात्रों के साथ दिल्ली पुलिस की बर्बरता के खिलाफ पूरे देश में विरोध हो रहा है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग विश्विद्यालयों के छात्र सड़कों पर हैं और जामिया के छात्रों के साथ हुई ज्यादती के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। इस बीच सियासी पार्टियों ने भी जामिया के छात्रों की पिटाई का विरोध किया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने दिल्ली में इंडिया गेट पर सांकेतिक धरना दिया और छात्रों को पीटे जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
प्रियंका ने दो घंटे तक इंडिया गेट पर धरना दिया। उनके साथ कांग्रेस के कई बड़े नेता मौजूद थे। धरना खत्म होने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की। प्रियंका गांधी ने कहा कि यह लोकतंत्र है, तानाशाही नहीं है और छात्र इस लोकतंत्र के मूल हैं। प्रियंका ने कहा है कि देश गुंडों की जागीर नहीं है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इस बात का जवाब दें कि आखिर कैसे जामिया के कैंपस में घुसकर पुलिस ने छात्रों को पीटा। प्रियंका गांधी ने कहा कि पीएम मोदी को खस्ताहाल अर्थव्यवस्था पर बोलना चाहिए। उनकी पार्टी के विधायक ने एक लड़की के साथ रेप किया, उस पर उन्होंने बात क्यों नहीं की?
गौरतलब है कि रविवार को जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्र नागरिकता संशोधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। मार्च कर रहे छात्रों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की। इस दौरान कुछ लोगों ने डीटीसी बसों को आग के हवाले कर दिया। मौके पर मौजूद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस जामिया के कैंपस में घुस गई। पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर छात्रों को पीटा। इस दौरान कई छात्र घायल हो गए।