उत्तराखंड के लोगों के अच्छी खबर है। प्रदेश सरकार ने प्रदूष और सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए ऐतिहासिक फैसला लिया है।
प्रदेश की सड़कों पर अब सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसे चलेंगी। परिवहन विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। सीएनजी बसों को लेकर राज्य परिवहन विभाग और नई दिल्ली की इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के बीच कागजी कार्यवाही पूरी हो चुकी है। खबरों के मुताबिक, 15 दिन के भीतर उत्तराखंड को 5 सीएनजी बसें मिलने जा रही हैं। 2 नवबंर को इलेक्ट्रिक बसों के लिए टेंडर होंगे। फिलहाल सीएनजी बसों का संचालन उत्तराखंड से दिल्ली के लिए किया जाएगा। परिवहन विभाग के मुताबिक, इलेक्ट्रिक बसें देहरादून से हल्द्वानी, मेरठ, नैनीताल, काशीपुर के बीच चलाई जाएंगी।
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प्रदेश में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों को लाने के सरकार के इस कदम को ऐतिहासिक बताया जा रहा है। जाहिर इन बसों को प्रदेश में चलाने से कई फायदे होंगे। परिवहन विभाग हर साल डीजल की खरीद पर लाखों रुपये खर्च करता है। लेकिन इन बसों पर कम खर्च होगा। सबसे बड़ी बात ये कि इन बसों से प्रदूषण भी कम होगा।
उत्तराखंड परिवहन निगम इस समय 1350 बसों का संचालन कर रहा है। यात्रियों की तुलना में बसों की संख्या कम है। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए राज्य परिवहन विभाग ने 300 और नई बसें भी खरीदी हैं। इनमें से 100 बसों की आपूर्ति की जा चुकी है। हालांकि अभी तक इन बसों का संचालन शुरू नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि जो बसे खरीदी गई हैं उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। यही वजह है कि अब तक इन बसों का संचालन नहीं हो सका है। जल्द ही इन बसों का संचालन होगा।
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