हेमकुंड साहिब: 1 जून से खुलेंगे कपाट, जीतोड़ मेहनत कर सेना ने रास्ते को किया तैयार, जवानों के जज्बे को सलाम
श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट 1 जून से खुल जाएंगे।
हेमकुंड साबिह की यात्रा को सुगम बनाने के लिए सेना के जवान और गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के स्वंय सेवक दिन राहत मेहनत से जुटे हुए हैं। सेना के 40 जवान जीतोड़ मेहनत कर रास्ता तैयार करने में जुटे हुए हैं। समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के रास्ते में बर्फ के चट्टान हैं, जिन्हें हटाया जा रहा है।
शीतकाल के दौरान हुई भारी बर्फबारी और मौसम की परेशानियां हिमालय के 5वें धाम हेमकुंड साहिब की यात्रा से जुड़ी तैयारियों के लिए चनौतियां बनी हुई हैं। बावजूद इसके जवानों का जोश कम नहीं हो रहा है।
हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु आसानी से यात्रा कर सकें इस बात को ध्यान में रखकर पैदल मार्ग से बर्फ हटाया जा चुका है। इसके साथ ही अटलाकोटी में 150 मीटर लंबे हिमखंड के बीच से चार फीट गहरा रास्ता भी तैयार कर लिया गया है।
सेना के जावन अब पैदल मार्ग को चौड़ा करने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा जवानों ने दरबार साहिब जाने वाले दो और लंगर जाने वाले एक रास्ते को खोल दिया है। हालांकि, हेमकुंड साहिब का पवित्र सरोवर भी अभी भी बर्फ की चादर में ढंका हुआ है। सरोवर के ऊपर करीब 8 फीट से ज्यादा बर्फ जमी हुई है। श्रद्धालुओं स्नान कर सकें, इसके लिए जवानों ने सुरक्षा चेन तक हिमखंड को हटा दिया है।