फोटो: सोशल मीडिया
पिथौरागढ़ डीएम कार्यालय पर श्रम कानूनों के विरोध में दवा प्रतिनिधि संघ ने प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
संघ ने 31 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम डीएम को सौंपा। संघ ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के फायदे को ध्यान में रखते हुए श्रम कानूनों को कमजोर कर रही है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दवा प्रतिनिधियों ने कहा कि केंद्र सरकार जनविरोधी नीतियों को लागू कर जनता का उत्पीड़न कर रही है। संघ ने कहा कि नए श्रम कानून लागू होने से उद्योगपति श्रमिकों से मनमाने ढंग से काम कराएंगे और कभी भी श्रमिकों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा देंगे।
दवा प्रतिनिधियों के मुताबिक, पिछले 3 महीने के भीतर विभिन्न कंपनियों ने हजारों मजदूरों को काम से निकाल कर बाहर का रास्ता दिखा दिया। उन्होंने मांग की कि बाहर किए गए लोगों को तत्काल नौकरी पर वापस रखा जाए और ऐसी कंपनियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। संघ ने किसान विरोधी कानून, सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण, सभी को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया राने और स्वास्थ्य बजट बढ़ाए जाने जैसे कई अहम मुद्दे पर अपनी बात रखी और नाराजगी जताई।
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