अलीगढ़ में मदरसा के अंदर मंदिर बनवाने को लेकर विवाद हो गया है
अलीगढ़ का एक मदरसा इन दिनों सुर्खियों में है। इस मदरसे को पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी चलाती हैं। मदरसे में अब वो मंदिर बनवाना चाहती है जिसे लेकर विवाद हो गया है।
सलमा अंसारी चाचा नेहरू स्कूल और मदरसा 19 साल से चला रही हैं। मदरसे में जो मंदिर बनवाया जाएगा उसमें शिवजी के साथ ही दूसरे भगवानों की भी प्रतिमा स्थापित की जाएगी। सलमा का कहना है कि हमारे लिए मंदिर-मस्जिद सभी बराबर हैं। क्योंकि स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को मंदिर जाने जाने के लिए स्कूल कैम्पस से बाहर जाना पड़ता है। जो कि बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से बिल्कुल भी सही नहीं है। इसीलिए हम स्कूल में मंदिर का निर्माण करवाएंगे। चाचा नेहरू स्कूल और मदरसा नगर के सिविल लाइन थाना इलाके के भमोला में स्थित है।
इस मदरसे में करीब 4 हजार मुस्लिम बच्चों के साथ ही एक हजार हिंदू बच्चे भी पढ़ते हैं। मदरसे के हॉस्टल में भी कई हिंदू बच्चे भी रहते हैं। मदरसे की संस्थापक सलमा अंसारी का कहना है कि हर मजहब इंसानियत सिखाता है। उनके मदरसे में पहले ही कई बार गड़बड़ियां करने की कोशिश की गई हैं। लिहाजा वो बच्चों की सुरक्षा से समझौता नहीं करना चाहती हैं। वो नहीं चाहती हैं कि कोई भी बच्चा मंदिर में पूजा करने के लिए बाहर जाए और उसे किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़े।
सलमा अंसारी की इन कोशिशों की कुछ लोग दाद दे रहे हैं, लेकिन अलीगढ़ के पूर्व विधायक ज़मीरउल्ला को ये आइडिया जच नहीं रहा है। उन्हें डर है कि इसके बाद हिन्दू कट्टरपंथी और मंदिरों की डिमांड कर सकते हैं। सलमा अंसारी ने सारे विरोध को दरकिनार करते हुए मंदिर बनवाने के लिए दो महीने का लक्ष्य रखा है। दो महीने में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।