कोरोना संक्रमण के बीच चारधाम के कपाट खुलने को लेकर जारी हुई गाइडलाइन, ये है नियम

उत्तराखंड में 14 मई को अक्षय तृतीया के मौके पर यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी।

इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा स्थगित कर दी गई है। वहीं, चारों धाम के कपाट अपने तय समय पर खुलेंगे। कपाट खुलने को लेकर आज चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने एसओपी जारी कर दी है। जिसके तहत चारों धामों के कपाट रोजाना सुबह सात से शाम सात बजे तक ही खोले जाएंगे।

कपाटोद्घाटन पश्चात देवस्थानम सामन्यतः प्रातः 7 बजे से सायं 7 बजे तक ही खुले रहेंगे।


प्रवेश द्वार पर हार्थों को कीटाणु रहित करने के लिए एल्कोहल युक्त सेनेटाइजर का प्रयोग किया जाएगा। एवं थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से भी जांच की जाएगी।


जिन व्यक्ति विशेषों में कोई लक्षण प्रदर्शित नहीं होगा, केवल उन्हें ही देवस्थान परिसर में प्रवेश की अनुमति होगी।


सभी प्रवेश करने वाले व्यक्ति विशेषों को फेस कवर (मास्क) का प्रयोग करना अनिवार्य होगा।


जूते-चप्पलों को अपेक्षित स्थान पर ही रखना आवश्यक होगा।


देवस्थानम परिसर के अंदर एवं बाहर सोशल डिस्टेसिंग का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा।


देवस्थानम् गर्भ गृह में केवल रावल, पुजारी एवं संबंधितों को ही प्रवेश की अनुमति होगी।


लाइन में लगने की स्थिति में व्यक्तियों को एक दूसरे से कम से कम 6 फीट की शारिरिक दूर रखनी होगी।


बैठने के स्थानों को भी सोशल डिस्टेंसिंग के मानक अनुसार व्यवस्थित किया जाना आवश्यक होगा।


मूर्तियों, घंटियों, प्रतिरूपों, ग्रंथोंध्पुस्तकों आदि को स्पर्श करने की अनुमति नहीं होगी।


देवस्थानम परिसर में किसी भी प्रकार का प्रसाद वितरण, टीका लगाने आदि की अनुमति नहीं होगी।


भोग आदि वितरण के समय शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन करना अनिवार्य होगा।


देवस्थान के अंदर परिसर की लगातार सफाई एवं कीटाणु रहित सैनेटाइजर करना आवश्यक होगा।


देवस्थानम् परिसर फर्श की विशेष रूप से समय अंतरालों में सफाई करनी होगी।


मंदिर के अंदर एक ही मैट, दरी, चादर के प्रयोग से पूर्णतः बचना होगा।


कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम के लिए समय-समय शासनध्प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।

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