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हरिद्वार: महंत नरेंद्र गिरि आत्महत्या मामले में धीरे-धीरे खुल रहे राज, एक दिन पहले ही मंगाई थी रस्सी, एक नंबर पर लगातार हो रही थी बात

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी की संदिग्धावस्था हुई मौत पर कई चौंकाने वाली बात सामने आ रही हैं। जिस रस्सी के फंदे से उनका शव लटका मिला था वह रस्सी उन्होंने एक दिन पहले ही मंगवाई थी।

वहीं यह भी पता चला है कि मौत से एक दिन पहले महंत नरेंद्र गिरि ने हरिद्वार में एक फोन नंबर पर काफी देर कर बात की थी जिसकी पुलिस जांच कर रही है। उल्लेखनीय है कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का शव बीते रोज अल्लापुर बाघम्बरी गद्दी मठ के एक कमरे में पंखे से लटका मिला था। वह 58 वर्ष के थे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में कई खुलासे हुए हैं।

स्व. गिरि के शिष्यों के अनुसार जिस रस्सी से के फंदे पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष का शव लटकता मिला, उसे एक दिन पहले ही उन्होंने अपने सेवकों से मंगाया था। पूछने पर कहा था कि कपड़े सुखाने के लिए उन्हें इसकी जरूरत है। फिलहाल फॉरेंसिक टीम ने इस रस्सी को भी कब्जे में ले लिया है। पुलिस अधिकारी मठ से संबधित लोगों से भी पूछताछ कर रहे हैं।


सूत्रों के मुताबिक अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज की आत्महत्या या हत्या के मामले को लेकर जांच कर रही पुलिस की पड़ताल में एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। सूत्रों के अनुसार नरेंद्र गिरी के अपनी मौत के दो—चार दिन पहले तक लगातार हरिद्वार के एक मोबाइल नंबर पर बात कर रहे थे। पुलिस इस नंबर को ट्रेस किया है जो श्यामपुर क्षेत्र का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक यूपी पुलिस जल्द ही श्यामपुर क्षेत्र में पहुंच कर इस नंबर की जांच पड़ताल कर सकती है।

बता दें कि कल रात यूपी पुलिस श्यामपुर कांगड़ी क्षेत्र से नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी को गिरफ्तार करके लेकर गई है। उसके बाद जांच पड़ताल में आया मोबाइल नंबर भी उसी क्षेत्र का बताया जा रहा है। जिससे संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही यूपी पुलिस दोबारा श्यामपुर कांगड़ी पहुंच सकती।

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