‘अगर अधिकारियों ने इस बात को किया होता अनदेखा, तो देवभूमि में मच सकती थी और भी ज्यादा तबाही’
उत्तराखंड में अत्यधिक भारी बारिश के कारण तीन दर्जन लोगों की जान चली गई है और बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचा है।
Read moreउत्तराखंड में अत्यधिक भारी बारिश के कारण तीन दर्जन लोगों की जान चली गई है और बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचा है।
Read moreउत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। ऐसे में राज्य से हादसे की खबर सामने आती रहती है।
Read moreउत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। कई जगह नदी-नाले उफान पर है, जिससे बाढ़ का खतरा भी बना हुआ है।
Read moreकोरोना महामारी के बीच कुदरत की मार झेल रहे उत्तराखंड के लोग कोरोना के साथ साथ मौसम की दोहरी मार झेल रहे हैं।
Read moreउत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में बारिश से कोहराम मचा हुआ है। आए दिन बारिश के बीच हादसे हो रहे हैं।
Read moreचमोली जिले के थराली में शुक्रवार देर रात से भारी बारिश के कारण कर्णप्रयाग-ग्वालदम मार्ग पर पत्थर और मलबा गिरने से बाधित हो गई थी।
Read moreउत्तराखंड में लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पहाड़ों में अभी भी लगातार बारिश हो रही है। जिससे जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
Read moreउत्तराखंड के चंपावत जिले हो रही बारिश के चलते भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। भारी बारिश के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
Read moreचमोली में लगातार हो रही बारिश का ना सिर्फ इंसानों पर असर पड़ा है, बल्कि भगवान भी इस आफत से गुजर रहे हैं। दरअसल, लगातार हो रही बारिश के बीच विश्व प्रसिद्ध नंदा लोकजात यात्रा का भी आयोजन चल रहा है।
Read moreउत्तराखंड में बरसात के चलते हो रहे भूस्खलन ने यातायात पर भी ब्रेक लगा दिया है। भारी बारिश के बाद भूस्खलन से सारा मलबा सड़कों पर आ गया है, जिसके चलते कई राष्ट्रीय राजमार्ग बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। इनमें से एक चमोली-गोपेश्वर-ऊखीमठ हाईवे भी है जहां कई जगहों पर मलबा और भूस्खलन होने से क्षतिग्रस्त हो गया है।
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