मोदी सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब हर किसान को सालाना 6000 रुपये मिलेंगे।
इसके साथ ही पहली कैबिनेट मीटिंग में किसानों के लिए पेंशन योजना का भी ऐलान किया गया है। पहले किसान योजना सिर्फ लघु और सीमांत किसानों के लिए ही थी। बीजेपी ने चुनाव से पहले अपने मेनिफेस्टो में सरकार बनने पर इस योजना में सभी किसानों को शामिल करने वादा किया था। अपने ही वादे को पूरा करने के मकसद से मोदी सरकार ने पहली कैबिनेट मीटिंग में ही इस पर मुहर लगा दी है।
इस योजना का फायदा देशभर के 14.5 करोड़ किसानों को मिलेगा। कैबिनेट मीटिंग में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि किसान की आमदनी अगले 5 साल में दोगुनी करने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही फसल की लागत का कम से कम डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य मिले, यह पीएम मोदी ने सुनिश्चित किया है। कृषि मंत्री ने बताया कि पहले किसान सम्मान निधि पर 75 हजार करोड़ खर्च होते, लेकिन अब 12 हजार करोड़ रुपये का खर्च और बढ़ेगा। यानी अब 87 हजार करोड़ रुपये सालाना खर्च होगा।
इसके अलावा पहली कैबिनेट मीटिंग में छोटे व्यापारियों को भी सौगात दी गई है। अब उन्हें 3 हजार रुपये की पेंशन दी जाएगी। पेंशन योजना के तहत 18 से 40 साल की उम्र के लोगों को 60 साल की उम्र के बाद प्रति महीने 3 हजार रुपये मिलेंगे। पेंशन स्कीम के तहत 18 साल की उम्र के युवक को 55 रुपये प्रति महीने का योगदान देना होगा। सरकार भी इतने का ही योगदान देगी। उम्र के हिसाब से योगदान की राशि बढ़ेगी।
आपको बता दें कि 17 जून से संसद सत्र बुलाने का फैसला किया गया है, जो 26 जुलाई तक चलेगा। 5 जुलाई को बजट पेश किया जाएगा।
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