प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्लीन इंडिया मुहिम का धीरे-धीरे असर हो रहा है। आम लोगों से लेकर प्रशासनिक स्तर पर सफाई पर अब पहले से ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है।
इसी कड़ी में उत्तराखंड के चंपावत में शहर साफ-सुथरा रखने की तैयारी हो रही है। जल्द ही कूड़े का निस्तारण यहां की समस्या नहीं रहेगी। मौजूदा कूड़ा निस्तारण स्थल सेलाखोला में ही ट्रंचिंग ग्राउंड बनेगा। इस ग्राउंड को प्रशासनिक स्तर पर स्वीकृति मिल गई है। साथ ही इसकी डीपीआर भी तैयार कर ली गई है।
आपको बता दें कि जिला बनने के बाद से ही चंपावत में कूड़े के निस्तारण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। जिले में हर दिर औसतन पांच टन जैविक और अजैविक कूड़े निकलता है। ट्रंचिंग ग्राउंड न होने से नगर क्षेत्र के कूड़े का निस्तारण नगर से पांच किमी दूर सेलाखोला में फेंका जा रहा है। यहां इतनी ज्यादा बदबू होती है, जिसकी वजह से यहां से गुजरना लोगों के लिए बुहत मुश्किल होता है। पालिका की तरफ से रोड के पास टिन की दीवार भी लगाई है, मगर इससे भी इस जगह से गुजरने वालों को दुर्गंध से निजात नहीं मिल पा रही है।
ट्रंचिंग ग्राउंड न होने से नगर क्षेत्र के कूड़े का निस्तारण नगर से पांच किमी दूर सेलाखोला में फेंका जा रहा है। अब इस स्थिति में कुछ ही समय में बदलाव हो सकता है। ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए अब सेलाखोला में ही जमीन तय कर ली गई है। नगर पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा का कहना है कि ट्रंचिंग ग्राउंड बनने से लोगों की दिक्कतें कम होंगी और आधुनिक तकनीक से कूड़े का निस्तारण भी हो सकेगा। ट्रंचिंग ग्राउंड को सेलाखोला में कांपेक्टर मशीन वाली जगह को अंतिम रूप दिया गया है। जमीन के निर्धारण के बाद 4.85 करोड़ रुपये की डीपीआर निदेशालय भेजी गई है।
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