पतंजलि के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण को ऋषिकेश एम्स से छुट्टी मिल गई है। फूड प्वॉइजनिंग के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया था।
पेड़ा खाने के बाद आचार्य बालकृष्ण की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। सवाल ये कि आखिर उन्हें किसने पेड़ा दिया था। सबसे बड़ा सवाल ये कि क्या कोई आचार्य बालकृष्ण को मारना चाहता है? आचार्य बालकृष्ण को जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई है। सवाल ये कि जब आचार्य बालकृष्ण को पेड़ा दिया गया तो क्या उस पेड़े की जांच नहीं की गई थी। पतंजलि का एक बड़ा सामराज्य है, जिसके आचार्य बालकृष्ण महांत्री हैं। बालकृष्ण, योग गुरु रामदेव के बेहद करीबी भी हैं। ऐसे में उन्हें मारने की भी साजिश हो सकती है। इन सारे सवालों के जवाब तभी मिल पाएंगे, जब इस मामले की जांच कराई जाए।
फिलहाल आचार्य बालकृष्ण को कड़ी सुरक्षा के बीच दिव्य योग मंदिर लाया गया। इस बीच योग गुरु स्वामी रामदेव ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि आचार्य बालकृष्ण के साथ ये घटना कैसे और किसके द्वारा हुई। इन सब बिंदुओं की जांच कराई जाएगी। स्वामी रामदेव ने कहा कि आचार्य पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनको जो मानसिक आघात पहुंचा है, उससे संभलने में उन्हें थोड़ा वक्त लगेगा।
मीडिया से बात करते हुए रामदेव ने कहा कि पतंजलि योगपीठ में अब कोई भी खाद्य पदार्थ जांच के बाद ही लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी आचार्य बालकृष्ण को किसी भी व्यक्ति के हाथ से खाद्य पदार्थ खाने से पहले सजग रहने के लिए कहा था।
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