उत्तराखंड के युवा लगातार नशे के दलदल में धंसते चले जा रहे हैं। नशे का लत छुड़ाने और इलाज के लिए प्रदेश के 6 जिलों में नशा मुक्ति केंद्र खोले जाएंगे।
नैनीताल के सुशीला तिवारी अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र बनाया जाएगा। इसके अलाव देहरादून, चंपावत, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी और श्रीनगर में सरकारी नशा केंद्र खोलने के लिए जगह तलाशी जा रही है। जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरुद्ध के मुताबिक, सुशीला तिवारी अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र खोलने के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। सुशीला तिवारी अस्पताल के प्राचार्य चंद्रप्रकाश भैसोड़ा ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र खोलने के लिए समाज विभाग से बात चल रही है। केंद्र सरकार की नशा मुक्त भारत अभियान के तहत समाज कल्याण विभाग ने ये फैसला लिया है।
खबरों के मुताबिक, नशा मुक्ति केंद्र खोलने के लिए दिल्ली एम्स के विशेषज्ञों की एक टीम आएगी। दौरे के बाद इस संबंध में अपनी विस्तृत रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजेगी। मंजूरी और धनराशि मिलने के साथ ही नशा मुक्ति केंद्र खोल को लेकर कदम उठाया जाएगा। सरकारी नशा मुक्ति केंद्र खोलने के लिए केंद्र सरकार ओपीडी के लिए 16 लाख रुपये और आईपीडी के लिए 26 लाख रुपये का बजट जारी करेगी। प्रदेश के सभी सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में मरीजों का इलाज सरकारी दर मिलेगा।
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