लॉकडाउन का सबसे गहरा असर उद्योगों पर पड़ा है। देशभर में उद्योग धंधों को लॉकडाउन की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
देश में आई मंदी से उबारने के लिए मोदी सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की, जिसमें उधोगों के लिए भी सरकार ने कई सौगात दी थी। इसके बाद अल्मोड़ा जिले में स्थापित सूक्ष्म और लघु उधोग व्यवसाइयों में भी एक उम्मीद की आस बंधी है।
अल्मोड़ा में छोटे उद्योगों से जुड़े लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण उन्हें लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। साथ ही इस व्यवसाय से जुड़े कई लोगों की रोजी-रोटी प्रभावित हुई है। लेकिन वित्त मंत्री द्वारा आर्थिक किस्त में सूक्ष्म उद्योगों में निवेश की सीमा 25 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ करने के बाद आने वाले दिनों में छोटे मझोले उद्योगों को काफी लाभ हो सकता है। उनका कहना है कि अभी उनको उद्योग चलाने की अनुमति तो मिल गई है, लेकिन ट्रांसपोर्टेशन बंद होने के कारण अभी भी फायदा नही हो पा रहा है।
अल्मोड़ा के पाताल देवी में हैंडलूम के सीओओ राजेन्द्र जैन के मुताबिक, लॉकडाउन से उद्योगों पर काफी गहरा असर पड़ा है। लेकिन केंद्र के एमएसएमई के लिए जारी राहत पैकेज से भविष्य में काफी लाभ मिलेगा। उनका कहना है कि सूक्ष्म और लघु उद्योगों में निवेश की लिमिट बढ़ाने से नए उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
वहीं, पाताल देवी में मसालों की फैक्ट्री चला रहे राजेश के मुताबिक, लॉकडाउन से उन्हें हर महीने 40 से 50 हजार का नुकसान झेलना पड़ रहा है, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा जारी राहत पैकेज के बाद शायद उन्हें भविष्य में लाभ मिल सके। वहीं, जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के सूक्ष्म और लघु उद्योगों से जोड़ने के लिए लोगों को प्रोत्सहित किया जा रहा है।
(अल्मोड़ा से हरीश भंडारी की रिपोर्ट)
देश में सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए सालों से संघर्षरत वरिष्ठ समाजसेवी…
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सेवराई तहसील क्षेत्र के बारा न्याय पंचायत के तहत…
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले की पांच ग्राम पंचायतों में बहुउद्देशीय पंचायत भवन का निर्माण…
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में तीन लोगों की बेरहमी से हत्या के मामले में…
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के खानपुर थाना इलाके के सौना गांव से दिल दहला…
उत्तराखंड के हालिया पंचायत चुनावों में एक प्रेरणादायक उदाहरण टिहरी जिले के नरेंद्रनगर ब्लॉक से…
This website uses cookies.