उत्तराखंड की wildlife के बारे में कितना जानते हैं आप?
उत्तराखंड पहाड़ों का प्रदेश है। पहाड़ों की वजह से जंगल ज्यादा है और इस वजह से वन्य जीवों की तादाद भी ज्यादा है।
उत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यान के आकर्षक स्थलों की अविश्वसनीय विविधता को दर्शाता है वो कि वन्य जीवन की महान उपस्थिति के साथ भरी हैं। इन राष्ट्रीय उद्यानों में उत्तराखंड के साथ पेड़, फूल-पौधों, shrubs, जड़ी बूटियों के एक पूरे कबूदले डोवेरेद कर रहे हैं।
wildlife sanctuary of uttarakhand
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क 1936 में हेली राष्ट्रीय उद्यान के नाम से स्थापित एशिया और देश का पहला राष्ट्रीय उद्यान है। आजादी के बाद इसका नाम राम गंगा नेशनल पार्क रखा गया। इसके बाद साल 1957 में इसका नाम जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क रखा गया। ये पार्क नैनीताल और पौड़ी में करीब 520 किमी. फैला है। इस पार्क का एंट्री गेट नैनीताल में है।
गोविंद नेशनल पार्क गोविंद नेशनल पार्की उत्तरकाशी में है। इसकी स्थापना 1980 में हुई थी। ये पार्क 472 वर्ग किमी. में फैला है। इस पार्क में भूरा भालू, कस्तूरी मृग, हिम तेंदुआ, काला भालू, मोनाल पक्षी पायी जाते हैं।
नेशनल देवी नेशनल पार्क नंदा देवी पार्क चमोली में है। 624 किमी. में फैला है ये पार्क, इसकी स्थापना 1982 में की गई थी। इस पार्क में हिमालयन भालू, मोनाल, कस्तूरी मृग, भरल पशु-पक्षी पाये जाते हैं।
फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान फूलों की घाटी चमोली जिले में जोशीमठ-बद्रीनाथ रोड पर नर और गंध मादन पर्वतों के बीच में भ्युंडार घाटी में स्थित है। फूलों की घाटी की खोज 1931 में ब्रिटिश पर्वतरोही फ्रैंड सिडनी स्माइथ ने की थी। 2005 में फूलों की घाटी को विश्व धरोहर में शामिल किया गया।
गंगोत्री नेशनल पार्क गंगोत्री नेशनल पार्क उत्तरकाशी जिले में 2390 वर्ग किमी. में फैला उत्तराखंड में सबसे बड़ा पार्क है। इसकी स्थापना 1989 में की गई थी।