रामनगर: पंचतत्व में विलीन हुए स्वतंत्रता सेनानी मोती सिंह नेगी, राजकीय सम्मान से दी गई अंतिम विदाई
नैनीताल के रामनगर शहर के लखनपुर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मोती सिंह नेगी का राजकीय सम्मान के साथ शनिवार को अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मोती सिंह नेगी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। गौरतलब है कि शक्रवार शाम को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मोती सिंह नेगी का 100 साल की उम्र में लखनपुर स्थित आवास में निधन हो गया था।
जानकारी के मुताबिक बीते कुछ समय से मोती सिंह नेगी अस्वस्थ चल रहे थे। आपको बता दें मोती सिंह नेगी मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के ताड़ीखेत ब्लॉक के कनौली गांव के रहने वाले थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लिया। साल 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में वह झांसी में 6 महीने जेल में भी रहे। इस दौरान प्रताडना के खिलाफ वह 7 दिन भूख हड़ताल पर भी रहे।
6 महीने जेल में काटने के बाद 27 फरवरी 1943 को वह जेल से रिहा हुए। इतना ही नहीं साल 2008 में उन्हें राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने सम्मानित किया था। आजादी के बाद वह समाज सेवा करने वाले कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़े रहे।