कश्मीर: 370 हटने के ऐलान के साथ ही दो गुटों में बट गई कांग्रेस, पढ़िए किसने किया विरोध, कौन समर्थन में उतरा?
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 और 35A पर सरकार के फैसले के बाद मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस दो गुटों में बंट गई है।
पार्टी के कई बड़े नेता इस फैसले विरोध में हैं, जबकि मोदी सरकार के इस फैसल के समर्थन में उतर आए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस फैसले को लेकर पार्टी के रुख से नाराज हैं, लेकिन आलाकमान की नाराजगी को देखते हुए चुप हैं। हालांकि इस कई नेताओं ने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया है।
कांग्रेस के पूर्व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के फैसले के समर्थन किया है। हुड्डा ने ट्वीट किया, ‘मेरी व्यक्तिगत राय है कि 21वीं सदी में अनुच्छेद 370 का मतलब नहीं है और इसको हटना चाहिए। ऐसा सिर्फ देश की अखंडता के लिए ही नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर जो हमारे देश का अभिन्न अंग है, के हित में भी है।’
इस मसले पर मिलिंद देवड़ा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अनुच्छेद 370 को उदार बनाम रूढ़िवादी बहस में तब्दील कर दिया गया। उन्होंने कह कि सभी पार्टियों को अपनी विचारधारा से अलग हटकर इस पर बहस करनी चाहिए कि भारत की संप्रभुता और संघवाद, जम्मू-कश्मीर में शांति, कश्मीरी युवाओं को नौकरी और कश्मीरी पंडितों के न्याय के लिए बेहतर क्या है।
इन दोनों के अलावा कांग्रेस के दिग्गज नेता जनार्दन द्विवेदी ने मोदी सरकार के जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का स्वागत किया। द्विवेदी ने कहा कि राम मनोहर लोहिया हमेशा से इस आर्टिकल के खिलाफ थे। इतिहास की एक गलती को आज सुधारा गया है।