कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान की मालदीव में भी बेइज्जती हो गई
भारत सरकार के जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान की सरकार इस मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश कर रही है और इसे अलग-अलग जगहों पर उठा रही है, लेकिन उसे हर जगह मुंह की खानी पड़ रही है।
एक बार फिर पाकिस्तान को करार जवाब मिला है। मालदीव में हो रहे चौथे साउथ एशियन स्पीकर्स समिट में पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने कश्मीर का मुद्दा उठाया। इस पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आपत्ति दर्ज कराते हुए तीखा पलटवार किया। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए कहा कि जिस मुल्क में खुद ही बड़े पैमाने पर नरसंहार हो रहा हो, उसे मानवाधिकार पर बोलना को कोई अधिकार नहीं है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान को सीमापार आतंकवाद बंद करने की नसीहत दी।
पूरे मसले पर भारत को मालदीव का साथ मिला। पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का ड्रामा जारी रहा तो कार्यक्रम का संचालन कर रहे मालदीव की संसद के स्पीकर मोहम्मद नशीद को कहना पड़ा कि इस फोरम पर किसी देश के आंतरिक मामले को नहीं उठाया जा सकता है। स्पीकर ने भारत को भरोसा दिलाया कि कश्मीर पर दिए गए भारत के सभी बयानों को रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा।
आपको बता दें कि मालदीव की संसद सस्टेनेबल डिवेलपमेंट गोल पर चौथे साउथ एशियन स्पीकर्स समिट की मेजबानी कर रही है। भारत और पाकिस्तान के अलावा इस समिट में अफगानिस्तान, बांग्लदेश, भूटान, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, और श्रीलंका की संसदों के अध्यक्ष पहुंचे थे। दो दिवसीय इस सम्मेलन में समान पारिश्रमिक और युवाओं के लिए रोजगार सृजन को बढ़ावा देना समेत कई मुद्दों पर चर्चा होनी है।