उत्तराखंड के देहरादून में रिंग रोड स्थित होटल में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने निष्ठा कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

मानव संसाधन मंत्री ने कहा कि दुनिया का पहला विश्वविद्यालय उत्तराखंड में ही था, और उसका नाम था बद्रीश विविश्वविद्यालय उन्होंने कहा कि ये वेद-पुराणों और उपनिषद की धरती है। निशंक ने कहा कि शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में सुधार के लिए निष्ठा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम छात्रों और शिक्षकों के सर्वांगीण विकास पर जोर देता है।

निशंक ने बताया कि देश के 19 राज्यों में ये कार्यक्रम चल रहा है। उन्होंने बताया कि निष्ठा कार्यक्रम शुरू करने वाला उत्तराखंड देश का 20वां राज्य है। उन्होंने कहा कि ये सबसे बड़ा प्रशिक्षण कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि 33 साल बाद तैयार की गई नई शिक्षा नीति नए भारत के निर्माण में ममदगार बनेगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निशंक ने कहा कि शिक्षा नीति सिर्फ शिक्षित नहीं संस्कारी युवा भी तैयार करेगी।

निष्ठा कार्यक्रम के पहले चरण के तहत देहरादून, चमोली, टिहरी, हरिद्वार, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जैसे जिले के 149 प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, माध्यमिक शिक्षा निदेशक राकेश कुंवर, एससीईआरटी निदेशक सीमा जौनसारी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

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