उत्तराखंड की राजधानी में एक बार फिर गौरवमयी पल आय़ा। देहरादून स्थित आईएमए पासिंग आउट परेड के अंतिम पग के साथ ही संपन्न हो गई है।
आपको बता दें, पासिंग आउट परेड के बाद कैडेट्स की पीपींग सेरेमनी हुई। कोरोना काल को देखते हुये इस बार कैडेट के दो परिजनों को ही शामिल होने की अनुमति मिल सकी। वहीं, सेरेमनी के बाद पहला कदम पार करते ही कुल 395 जेंटलमैन कैडेट्स सैन्य अफसर बन गये हैं।
इसमें 70 विदेश अफसर शामिल हैं। आपको बता दें, देश को इस बार 325 सैन्य अधिकारी मिले हैं। गौर हो कि भारतीय सैन्य अकादमी अब तक 62,956 सैन्य अधिकारी देश को दे चुका है। इसमें मौजूदा पासिंग आउट परेड में शामिल 325 जेंटलमैन कैडेट्स भी शामिल हैं।
अब तक 2572 विदेशी कैडेट्स अकादमी से प्रशिक्षण ले चुके हैं। इस संख्या में मौजूदा 70 जेंटलमैन कैडेट्स भी शामिल हैं। इस बार के पासिंग आउट परेड में गोवा, सिक्किम, पांडिचेरी, नागालैंड, मेघालय, अंडमान निकोबार, त्रिपुरा, लद्दाख के एक भी कैडेट्स नहीं हैं।
वहीं विदेशी कैडेट्स में इस बार अफगानिस्तान के 41, भूटान के 17, मालदीव, मॉरिशस, म्यांमार और श्रीलंका के 1-1 जेंटलमैन कैडेट्स शामिल हैं। वहीं, वियतनाम के तीन, तजाकिस्तान के 3 और नेपाल के दो जेंटलमैन कैडेट्स पासिंग आउट परेड का हिस्सा होंगे।
भारतीय जेंटलमैन कैडेट्स की बात करें तो राज्यों के लिहाज से सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से 50 जेंटलमैन कैडेट्स पासआउट होकर अफसर बने हैं और उत्तराखंड से 24 अफसर देश को मिले हैं। इसी तरह पश्चिम बंगाल से छह, तेलंगाना से तीन, तमिलनाडु से छह, राजस्थान से 18, पंजाब से 15, उड़ीसा से 4, मिजोरम से दो, मणिपुर से तीन, महाराष्ट्र से 18, मध्य प्रदेश से 12 और भारतीय मूल निवास प्रमाण पत्र वाले नेपाल निवासी चार अफसर शामिल हैं।
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