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चंपावत: बेघरों को आशियाना पाने के लिए करना होगा और इंतजार, पढ़िये कब तक मिलेगा आवास?

चंपावत में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत खुद के घर में रहने का सपना संजोए भूमिहीन बेघरों को फिलहाल लंबा इंतजार करना पड़ेगा।

दरअसल नगर निकाय क्षेत्रों में बिल्डिंग बनाए जाने के लिए चार निकायों में से तीन निकायों के पास बहुमंजिले भवन निर्माण के लिए जमीन तक नहीं मिल पाई है। अभी सिर्फ चंपावत नगरपालिका क्षेत्र में बहुमंजिले भवन निर्माण के लिए ही जमीन उपलब्ध है, लेकिन विभागीय बजट आवंटन नहीं होने से यहां भी भवन का निर्माण शुरू नहीं हो पा रहा है।
ऐसे में केंद्र सरकार के 2022 तक सभी के पास अपना घर होने की डेडलाइन से पहले इन लोगों को घर मिल पाएगा, ऐसा बहुत मुश्किल नजर आ रहा है।

टनकपुर नगर पालिका के साथ ही नगर पंचायत बनबसा और नगर पंचायत लोहाघाट में जमीन नहीं होने की वजह से बहुमंजिला बिल्डिंग का निर्माण कार्य रुका है। नगर पालिका के सिटी मैनेजर महेश चौहान के मुताबिक चंपावत नगरपालिका में 80 लोगों ने टनकपुर पालिका में 110, बनबसा नगर पंचायत में 83, लोहाघाट नगर पंचायत में 234 लोगों ने बहुमंजिले भवन में घर के लिए आवेदन किया है। लेकिन चंपावत में बजट न मिलने से पीएम आवास योजना के 137 आवासों का निर्माण कार्य भी रुक गया है, जबकि इन आवासों का निर्माण 60 फीसदी से ज्यादा काम हो चुका है।

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