उत्तराखंड की सरकार प्रदेश स्कूलों में खेल को बढ़ावा देने के लिए हर साल करोड़ों रुपये खर्च कर रही है।
सरकार स्कूलों में खेल के मैदान के साथ दूसरी सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दे रही है, ताकि पहाड़ों में खेल प्रतिभाओं का विकास हो सके। लेकिन अल्मोड़ा में अधिकारी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। राज्य समीक्षा वेबसाइट की खबर के मुताबिक अल्मोड़ा के कई स्कूलों में खेल सुविधाएं तो दूर मानक के मुताबिक खेल मैदान तक नहीं हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कई स्कूलों में मैदान बने भी हैं तो वो मानक के मुताबिक नहीं हैं। कई जगह खेल मैदान हैं, लेकिन खेल सामग्री नहीं है और ना ही ट्रेनर हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक अल्मोड़ा जिले में कुल 316 माध्यमिक स्कूल हैं। जिनमें से 218 स्कूलों में मानकों के मुताबिक खेल के मैदान नहीं हैं। इसी तरह 98 स्कूल ऐसे हैं, जहां ट्रेनर नहीं है। जिले के 218 हाईस्कूल और इंटर कॉलेज खेल मैदान की कमी से जूझ रहे हैं। विद्यालय प्रबंधन समिति और विद्यालय प्रबंधन विकास समिति लंबे वक्त से स्कूलों में मानकों के मुताबिक 40 गुणा 68 मीटर के खेल मैदान का निर्माण किए जाने की मांग कर रही है, लेकिन इस पर किसी ने अब तक गौर नहीं किया।
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