हरिद्वार में मौनी अमावस्या पर उमड़ा जनसैलाब, लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई पवित्र डुबकी
हरिद्वार में मौनी अमावस्या पर लाखों श्रद्धालुओं ने हर की पौड़ी सहित विभिन्न घाटों पर स्नान किया। इस साल का ये दूसरा बड़ा स्नान है।
इससे पहले मकर संक्रांति पर्व पर भी यहां पर लाखों श्रद्धालुओं ने स्नान किया था हालांकि सरकारी तौर पर आज का स्नान महाकुंभ मेले के स्नान में शामिल नहीं है लेकिन आस्था इन औपचारिकताओं पर भारी पड़ी है। लोग बुधवार से ही आज के स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचने लगे थे जिस पर देखते हुए स्थानीय प्रशासन भी इसी के अनुरूप व्यवस्थाएं की थी हालांकि महाकुंभ को देखते हुए केंद्र सरकार ने गाइडलाइन जारी की है जिसमें 72 घंटे पहले पुराना नेगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी है साथी गंभीर रूप से बीमार लोगों को अपने फिटनेस के लिए स्वास्थ्य प्रमाणपत्र लाना जरूरी है।
हरिद्वार में कुंभ मेले के लिए आई पुलिस भी आज व्यवस्थाओं को संभाल रही थी ट्रैफिक प्लान कल से ही लागू कर दिया का अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग रूटों से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग बनाई गई थी रेलवे स्टेशन बस स्टैंड हरिद्वार आने वाले सभी बॉर्डर्स पर लोगों की आकस्मिक कोरोना संबंधित जांच की जा रही थी।
अभी कुंभ मेले से संबंधित एसओपी लागू नहीं किए गई है अतः हरिद्वार आने वाले यात्रियों तो फिलहाल 72 घंटे पूर्व की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लाना आवश्यक नहीं है व्यवस्था कुंभ नोटिफिकेशन जारी होने के बाद लागू की जाएगी
हरिद्वार कुंभ मेले पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने बताया चमोली की घटना के बाद हालांकि आज कम संख्या में यात्री यहां पहुंचे हैं और हरिद्वार में भी चमोली बांध दुर्घटना का उसका असर देखने को मिला है। इसके कारण गंगा में जल में मिट्टी और बोल्डर यहां जल के साथ आ रहे हैं और जल स्तर में भी काफी कमी आई है। इसके बावजूद करीब दो लाख लोग दोपहर तक स्नान कर चुके थे।
उन्होंने बताया कि सभी जगह मेला पुलिस ड्यूटी पर तैनात है हरिद्वार की सभी पार्किंग स्थलों में वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कहा कोरोना महामारी को देखते हुए, हालांकि गाइडलाइन पहले ही जारी हो चुकी है इसके बावजूद लोग अब काफी सतर्क हो चुके हैं।
इसलिए मेले में आने वाले श्रद्धालु गाइडलाइन के हिसाब से ही यहां पर आ रहे हैं। प्रशासन भी गाइड लाइन के अनुसार सभी प्रकार की व्यवस्था कर रहे हैं और मेले में लोगों को अधिक से अधिक सुविधाजनक रूप से स्नान कराने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।