चंद्रयान-2 चांद की कक्षा में स्थापित, इसरो को 45 दिनों बाद ऐसे मिली सबसे बड़ी कामयाबी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का चंद्रयान-2, 45 दिनों का सफर करते हुए अपनी मंजिल तक पहुंच गया है। इसरो के मुताबिक, मंगलवार सुबह 9.02 बजे चंद्रयान-2 चांद की कक्षा में स्थापित हो गया।
चंद्रयान-2 के सभी सिस्टम बिल्कुल सही तरीके से काम कर रहे हैं। इस बड़ी सफलता के बाद इसरो ने कहा, “इस विशेष कार्यक्रम का काल 1,738 सेकेंड का था, जिसमें चंद्रयान-2 सफलतापूर्वक चांद की कक्षा में प्रवेश कर गया। कक्षा 114 किलोमीटर गुणा 18,072 किलोमीटर की है।”
इसरो के मुताबिक, अब चंद्रयान-2 को कई कक्षाओं में प्रवेश कराने के बाब चांद की सतह से करीब 100 किलोमीटर दूर चांद के ध्रुवों से गुजरते हुए इसकी अंतिम कक्षा में प्रवेश कराना होगा। इसके बाद लैंडर विक्रम कक्षा से अलग हो जाएगा और चांद के चारों तरफ 100 किलोमीटर गुणा 30 किलोमीटर की कक्षा में प्रवेश कर जाएगा। इसरो ने कहा कि चंद्रयान-2 सात सितंबर 2019 को चांद के दक्षिण ध्रुव क्षेत्र में प्रवेश करेगा।
गौरतलब है कि चंद्रयान-2 को भारतीय जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-मार्क तृतीय (जीएसएलवी-एमके तृतीय) के जरिए 22 मई को लॉन्च किया गया था। जिस पर पूरी दुनिया की निगाहें थीं।