उत्तराखंड: पढ़िये इस बार विधानसभा का मॉनसून सत्र कितने दिन का और कितना अलग होगा?
कोरोना महामारी की वजह से इस बार विधानसभा सत्र को सिर्फ एक दिन का रखने का फैसला किया गया है।
विधानसभा के मॉनसून सत्र के एक दिन की कार्यवाही में सरकार का इरादा कई विधेयकों को पेश कर उन्हें पास कराने का है। कार्यमंत्रणा समिति के सामने अभी करीब दस अध्यादेश और दो विधेयक रखे गए हैं। आठ अध्यादेश और लाए जा सकते हैं। लंच ब्रेक से पहले सरकार की तरफ से अध्यादेश और विधेयक सदन के पटल पर रखे जाएंगे और लंच ब्रेक के बाद इन्हें पारित कराने का इरादा है।
विपक्ष सदन की कार्यवाही को एक दिन का किये जाने का विरोध कर रहा है। उसकी मांग है कि सदन की कार्यवाही को बढ़ाया जाए। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल और उपनेता सदन करन माहरा ने कहा कि सदन अगर एक दिन का हो सकता है तो तीन दिन का भी हो सकता था। उन्होंने कहा कि सरकार चर्चा से बचना चाहती है इसलिए सदन की कार्यवाही को सिर्फ एक दिन का रखा गया है। कांग्रेस सदन में चार मुख्य बिंदुओं पर सदन का सारा काम रुकवाकर चर्चा की मांग करेगी।
विधानसभा अध्यक्ष कोरोना पॉजिटिव
विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक पहले विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। वहीं नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश पहले ही कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से सदन में नहीं आ पाएंगी। स्पीकर की गैरमौजूदगी में अब उपसभापति रघुनाथ सिंह चौहान विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका निभाएंगे। कार्यमंत्रणा समिति की रविवार को हुई बैठक की अध्यक्षता भी उन्होंने ही की। संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने कहा है कि कोरोना महामारी की वजह से इस बार सदन की कार्यवाही को लंबे वक्त के लिए नहीं चलाया जा सकता है।