देहरादून: कोरोना महामारी ने उत्तराखंड को 5 साल पीछे ढकेल दिया, इतने हजार करोड़ का नुकसान!
लॉकडाउन की वजह से सिर्फ उत्तराखंड में करीब चार हजार करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है।
वैक्सीन आने के बाद अब भले ही ऐसी उम्मीद जगी है कि कोरोना वायरस से पूरी दुनिया को जल्द निजात मिल जाए। लेकिन जाते-जाते इस वायरस ने हर मोर्चे पर देश-दुनिया को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। सबसे ज्यादा नुकसान लोगों की मौत और आर्थिक रूप से हुआ है। लॉकडाउन की वजह से सिर्फ उत्तराखंड में करीब चार हजार करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते हुए नुकसान का आकलन के लिए बनी मंत्रिमंडल की एक उप-समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। जिसमें कहा गया है कि वायरस से सूबे को करीब 4000 करोड़ का नुकसान हुआ है। आपको बता दें कि अप्रैल के आखिर में कैबिनेट की बैठक में एक उप-समिति बनाकर राज्य को हुए नुकसान का आकलन करने की जिम्मेदारी दी गई थी.
अनुमान के मुताबिक उत्तराखंड को लॉकडाउन के पहले महीने करीब एक हजार करोड़ रुपय के रेवेन्यू का नुकसान हुआ था। अकेले 750 करोड़ का नुकसान जीएसटी से राज्य को हुआ है। इस तरह प्रदेश में जीएसटी से अब तक कुल 2200 करोड़ का नुकसान राज्य को हो चुका है। बता दें कि उपसमिति पर न केवल राज्य में हुए नुकसान का आकलन करने की जिम्मेदारी थी। बल्कि इस नुकसान से पार पाने के सुझाव भी देने के लिए कमेटी को अधिकृत किया गया था।