विधानसभा चुनाव रिजल्ट: एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत 5 राज्यों के नतीजे घोषित
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का आज ऐलान होगा। सुबह 8 बजे से पांचों राज्यों में मतगणना जारी है।
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का दिन आ गया है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का आज ऐलान होगा। पूरे देश की निगाहें इन पांच राज्यों पर टिकी हुई हैं। सुबह 8 बजे पाचों राज्यों में मतगणना जारी है। पांच राज्यों में से तीन राज्यों, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी की सरकार है। जबकि मिजोरम में कांग्रेस की सरकार है। वहीं तेलंगाना में विधानसभा भंग होने से पहले टीआरएस की सरकार थी।
मध्यप्रदेश विधान सभा चुनाव
मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए 28 नवंबर को वोट डाले गए थे। 75.05 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। राज्य में 2,899 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें 1,094 निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं। कुल उम्मीदवारों में 2,644 पुरूष, 250 महिलाएं और पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं। 2013 के विधानसभा चुनाव में यहां पर बीजेपी को 168 सीटें मिली थीं। वहीं कांग्रेस को 58 सीटें मिली थीं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव
राजस्थन में 7 दिसंबर को विधानसभा की 199 सीटों पर वोट डाले गए थे। यहां पर 74 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। राज्य में कुल 2274 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें 182 महिला और 2092 पुरुष प्रत्याशी हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि राज्य में कुल 35 केंद्रों पर वोटों की गिनती हो रही है। इनमें से जयपुर और जोधपुर में 2-2 केंद्रों और बाकी 31 जिलों में 1-1 केंद्र बनाया गया है।
2013 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में 200 सीटों में से बीजेपी को कुल 163 सीटें मिलीं थी। इसके अलावा कांग्रेस को 21, बीएसपी को तीन, एनपीपी को 4 और अन्य के खाते में 9 सीटें आईं थीं। हालांकि बीच में हुए उपचुनाव के नीतजों के अनुसार, मौजूदा विधानसभा में बीजेपी के 160, कांग्रेस के 25, बीएसपी के दो और एनपीपी के 3 विधायक हैं।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव
छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 90 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 5184 गतणनाकर्मी और 1500 माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं। प्रत्येक हॉल में मतगणना के लिए 14 मेज, रिटर्निंग ऑफिसर मेज और डाक मतपत्रों की गणना की मेज होगी।
छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों के लिए 12 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था। राज्य में 76.60 फीसदी वोटिंग हुई थी। 2013 के विधानसभा चुनाव में यहां पर बीजेपी ने 49 सीटें जीती थीं। वहीं कांग्रेस के खाते में 41 सीटें आई थीं।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव
तेलंगाना की 199 विधानसभा सीटों के लिए 7 दिसंबर को वोटिंग हुई थी। यहां पर 67 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। राज्य में कुल 1101 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला आज होगा।
तेलंगाना राज्य 2014 में अस्तित्व में आया था, जिसके बाद अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन चलाने वाली पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख के चंद्रशेखर राव मुख्यमंत्री बने। राज्य में विधानसभा चुनाव 2019 में होना था, लेकिन सीएम केसीआर ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही सितंबर 2018 में विधानसभा भंग कर दी। 119 सदस्यीय राज्य विधानसभा में टीआरएस के पास 63 सीटें थीं, जबकि कांग्रेस 21 सीटों पर काबिज थी। वहीं, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के पास 7 सीटें और बीजेपी के पास 5 सीटें थीं।
मिजोरम विधानसभा चुनाव
मिजोरम विधानसभा की 40 सीटों के लिए 28 नवंबर को वोट डाले गए थे। यहां पर 75 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। राज्य में 209 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
इन सीटों पर रहेगी सबकी नजर
मध्य प्रदेश
बुधनी: मध्य प्रदेश की सत्ता पर पिछले तीन दशक से काबिज शिवराज सिंह चौहान की प्रतिषठा इस चुनाव में दांव पर लगी है। वे बुधनी से चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने उनके खिलाफ अरुण यादव को चुनाव मैदान में उतारा है।
छिंदवाड़ा: छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ चुनाव मैदान में हैं। कमलनाथ यहां से 9 बार सांसद रह चुके हैं। लेकिन साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के चंद्रभान सिंह ने जीत दर्ज की थी।
राघौगढ़: यहां से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन चुनावी मैदान में हैं। उन्होंने 2013 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। जयवर्धन ने बीजेपी प्रत्याशी राधेश्याम धाकड़ को यहां से हराया था।
राजस्थान
झालरापाटन: मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपनी पारंपरिक सीट झालरापाटन से चुनाव लड़ रही हैं। इस बार कांग्रेस ने जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह को इस सीट से वसुंधरा के खिलाफ उतारा है।
उदयपुर: यहां से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गिरिजा व्यास बीजेपी के गुलाब चंद कटारिया के सामने बड़ी चुनौती हैं। कटारिया यहां गिरिजा से एक बार विधानसभा और एक बार लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं।
टोंक: यहां से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और बीजेपी सरकार में नंबर दो मंत्री यूनुस खान की साख दांव पर है। पिछले चुनाव में कांग्रेस की जाकिया यहां से हार गई थीं।
सरदारपुरा: यहां से राजस्थान में दो बार मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत 5वीं बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने बीजेपी के शंभू सिंह खेतासर चुनाव मैदान में हैं जिन्होंने पिछले चुनाव में 59 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए थे।
छत्तीसगढ़
राजनांदगांव: मख्यमंत्री रमन सिंह राजनांदगांव विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। यह रमन सिंह की परंपरागत सीट है और वे इस इस सीट से लगातार तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं। इस बार रमन सिंह को टक्कर देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करूणा शुक्ला मैदान में हैं।
मरवाही: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष अजीत जोगी मरवाही सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। मरवाही सीट आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित है। अजीत जोगी इस सीट से जीत हासिल कर छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री बने थे। 1972 में मरवाही विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद से 2013 तक हुए 11 विधानसभा चुनाव में सिर्फ दो ही बार 1990 और 1998 में बीजेपी की यहां जीत हुई है।
तेलंगाना
टीआरएस के प्रमुख के चंद्रशेखर राव आंध्र प्रदेश विभाजन के बाद साल 2014 में गजवेल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। इस बार भी केसीआर इस सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। केसीआर के खिलाफ कांग्रेस के प्रताप रेड्डी चुनाव मैदान में हैं। रेड्डी ने पिछला चुनाव टीडीपी की टिकट से लड़ा था और 19 हजार वोटों से केसीआर से हार गए थे।
मिजोरम
कांग्रेस के पी ललथनहवला बीते 10 सालों से राज्य के मुख्यमंत्री हैं। उनसे पहले मिजोरम नैशनल फ्रंट के नेता पु. जोरमथंगा ने भी 10 सालों तक 1998 से 2008 तक सरकार चलाई थी। 10 साल से सत्ता पर काबिज पी ललथनहवला के सामने इस चनाव में जीत की हैट्रिक लगाने की चुनौती है।