ऐसी थी मनोहर पर्रिक की शख्सियत
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर नहीं रहे। रविवार शाम उनका निधन हो गया। पर्रिकर लंबे वक्त से कैंसर से लड़ रहे थे और उनका इलाज चल रहा था।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोवा के सीएम के निधन पर दुख जताया है। इस बीच उनके घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। 2018 में पर्रिकर को कैंसर है इसका पता चला था। इसके बाद वो इलाज कराने के लिए अमेरिका चले गए। करीब तीन महीने तक वो अमेरिका में रहे। अमेरिका से लौटने के बाद पिछले साल अक्टूबर के महीने में एक बार फिर उनकी तबीयत खराब हुई। जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था।
Extremely sorry to hear of the passing of Shri Manohar Parrikar, Chief Minister of Goa, after an illness borne with fortitude and dignity. An epitome of integrity and dedication in public life, his service to the people of Goa and of India will not be forgotten #PresidentKovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 17, 2019
शिक्षा और पारिवारिक जीवन
मनोहर पर्रिकर का जन्म 13 दिसंबर 1955 को गोवा के मापुसा में हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा मारगाव में हुई। इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वो बॉम्बे चले गए। IIT बॉम्बे से उन्होंने 1978 में इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया। हिंदी और अंग्रेजी के अलावा उन्हें मराठी भाषा भी आती थी। गोवा के सीएम बनने के कुछ दिन बाद ही उनकी पत्नी का भी निधन हो गया था। मेधा पर्रिकर के साथ उनकी शादी 1981 में हुई थी। पर्रिकर के दो बच्चे हैं। जिनका नाम उत्पल पर्रिकर और अभिजीत पर्रिकर है। पर्रिकर के दोनों बच्चे राजनीतिक जीवन में नहीं है। उत्पल बतौर इंजीनियर काम कर रहे हैं। जबकि अभीजीत का खुद का व्यापार है।
पर्रिकर का राजनीतिक सफर
मनोहर पर्रिकर अपने स्कूल के दिनो से ही आरएसएस से जुड़े थे। स्कूली शिक्षा के वक्त से ही उन्होंने आरएसएस की युवा शाखा के लिए भी काम शुरू कर दिया था। मनोहर पर्रिकर का राजनीतिक सफर 1994 में शुरू हुआ। वो गोवा के पण्जी सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। 24 अक्टूबर 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री बने। 27 फरवरी 2002 तक कार्यभार संभाला। इसके बाद जून 2002 में वो दोबारा राज्य के लिए मुख्यमंत्री चुने गए। 29 जनवरी को पर्रिकर की अल्पमत की सरकार चली गई। 2014 में गोवा में बीजेपी की सरकार बनी और मनोहर पर्रिकर ने फिर सूबे के सीएम की कुर्सी संभाली।
2014 में मोदी लहर में बेजेपी ने देश में प्रचंड जीत दर्ज की। केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी। इसके बाद केंद्र ने पर्रिकर को रक्षा मंत्री बनाने का फैसला किया। पर्रिकर को गोवा के सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी और उन्होंने देश के रक्षा मंत्री का पद संभाला। 2017 में फिर गोवा में बीजेपी की सरकार बनी। गोवा के बीजेपी विधायकों ने मनोहर पर्रिकर को गोवा का मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया। जिसके चलते उन्हें फिर से गोवा का सीएम बना दिया गया। उन्हें रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।