जम्मू-कश्मीर: एडवाइजरी से घाटी में हड़कंप, राज्यपाल से मिले कश्मीर के नेता
आतंकी खतरे की एडवाइजरी जारी होने के बाद अब जम्मू-कश्मीर से अमरनाथ यात्री वापस लौटने लगे हैं। इसके साथ ही दूसरे जगहों पर रुके हुए पर्यटक भी अपने घरों को लौट रहे हैं।
शुक्रवार को एडवाइजरी जारी होने के फौरन बाद एविएशन रेगुलेटर DGCA ने एयरलाइंस को सलाह दी कि वे जरूरत पड़ने पर श्रीनगर हवाई अड्डे से अतिरिक्त उड़ानों के संचालन के लिए तैयार रहें। इस सलाह के बाद एयरलाइंस कंपनी एयर एशिया, विस्तारा एयरलाइंस, एयर एशिया और स्पाइस जेट ने श्रीनगर से जुड़ी उड़ानों को रिशेड्यूल या रद्द किए जाने पर पूरा किराया लौटाने का ऐलान किया है।
सरकार की इस एडवाइजरी के बाद जहां जम्मू-कश्मीर में खलबली मची है। पर्यटकों में अफरातफरी का माहौल। वहीं जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों ने सरकार की अचानक इस तरह की एडवाइजरी पर सवाल खड़े किए हैं। सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने देर शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि एडवाइजरी की वजह से लोगों में भ्रम और असमंजस पैदा हो गया है। लोगों में डर का माहौल है। मैंने इस तरह की हलचल यहां कभी नहीं देखी।
सरकार की एडवाइजरी के बाद सूबे में के मौजूदा हालात को लेकर महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला समेत दूसरे नेताओं ने राज्यपाल सत्यपाल मिलक से मुलाकात की। सत्यपाल मिलक ने कहा कि अमरनाथ यात्रा को बीच में रोकने को अन्य मुद्दों के साथ जोड़कर ‘अनावश्यक भय’ पैदा किया जा रहा है।
आपको बता दें कि सुरक्षा बलों को अमरनाथ यात्रा के रूट पर सर्च ऑपरेशन के दौरान स्नाइपर राइफल मिली। इसी के बाद ही यात्रा को रोकने का फैसला किया गया। जम्मू कश्मीर के गृहसचिव ने एडवाइजरी में लिखा है कि आतंकी खतरे, खासतौर पर अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के खतरे पर खुफिया विभाग के ताजा इनपुट और कश्मीर घाटी के सुरक्षा हालात को ध्यान में रखते हुए अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों के हित में ये सलाह दी जाती है कि वो तुरंत घाटी से लौट जाएं।