मध्य प्रदेश और मिजोरम में 75 फीसदी से ज्यादा मतदान, बम्पर वोटिंग का किसे मिलेगा फायदा?
मध्य प्रदेश की 230 और मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान खत्म हो गया। दोनों राज्यों में 75 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ है। नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे।
मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान हुआ। बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से मतदान के लिए निकले। राज्य में रिकार्ड 75 फिसदी से ज्यादा मतदान हुआ है। वहीं मतदान के दौरान गड़बड़ी के चलते 883 ईवीएम बदली गई।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी वीएल कांताराव ने संवाददाताओं को बताया, “राज्य में शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हो गया। कहीं भी हिंसा और पुनर्मतदान की बात सामने नहीं आई है। नक्सल प्रभावित जिले बालाघाट के तीन विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 80 फीसदी मतदान हुआ है। वहीं पूरे राज्य में 75 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ है। यह आंकड़ा बढ़ने की संभावना है।”
74.61% voter turnout recorded till 6 pm in Madhya Pradesh. Voting is still underway. #MadhyaPradeshElections2018 pic.twitter.com/8svInYI7lb
— ANI (@ANI) November 28, 2018
बालाघाट के तीन विधानसभा क्षेत्रों पसरवाड़ा, लांजी और बैहर में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ था जो 3 बजे खत्म हो गया। बाकी कि 227 सीटों पर मतदान सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक चला। शाजापुर और नीमच में सबसे ज्यादा 81 फीसदी मतदान दर्ज किया गया, वहीं सबसे कम 60 प्रतिशत मतदान सतना में दर्ज किया गया।
मतदान के दौरान भिंड जिले के कुछ मतदान केंद्रों में तोड़फोड़, गोलीबारी और हिंसा की घटनाएं हुई, वहीं भिंड के तीन विधानसभा क्षेत्रों भिंड, लहार, अटेर के सभी उम्मीदवारों को जिला मुख्यालय में नजरबंद रखा गया और मतदान का समय पूरा होने से कुछ देर पहले उन्हें घर जाने दिया गया।
राज्य के प्रमुख नेताओं में मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान ने बुधनी विधानसभा क्षेत्र के जैत गांव में, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने छिदवाड़ा जिले के सोंसर विधानसभा क्षेत्र के शिकारपुर में, कांग्रेस प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर के फूलबाग में वोट डाला।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी. एल. क़े कांताराव ने कहा, “प्रदेश में 883 ईवीएम मशीनों को गड़बड़ी के चलते बदला गया। इन मशीनों को अगले एक घंटे के भीतर बदल दिया गया। इसी तरह 2126 वीवीपैट और 881 कंट्रोल यूनिट को बदला गया। कई स्थानों से रात में शराब, नकदी बांटने को लेकर खबरें आई। इस पर आयोग कार्रवाई कर रहा है।”
वहीं मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को 7.68 लाख मतदाताओं में से 75 फीसदी से ज्यादा ने मतदान किया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी आशीष कुंद्रा ने मीडिया को बताया, “चुनाव समाप्त होने तक यानी शाम 4 बजे तक 7,68,181 मतदाताओं में से 75 प्रतिशत से ज्यादा ने मतदान किया है। मतदान का प्रतिशत हालांकि 77-78 प्रतिशत तक बढ़ सकता है, क्योंकि राज्य के विभिन्न मतदान केद्रों पर अभी भी मतदाता कतार में अपना मत डालने का इंतजार कर रहे थे।”
75% voter turnout recorded till 5 pm in Mizoram. Figures are still coming in. #MizoramElections pic.twitter.com/CsGOFiaYGD
— ANI (@ANI) November 28, 2018
मतदान सुबह सात बजे से शुरू हुआ। सभी जिलों में लोग मतदान के लिए कतारों में खड़े दिखाई दिए। कुंद्रा ने कहा, “अनुकूल स्थिति और मौसम की वजह से लोगों ने सहजता के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग किया।”
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि कुछ मतदाता जिनकी उम्र 100 साल से ज्यादा है, वे भी अपने परिवार की सहायता से मतदान करने आए। म्यांमार और बांग्लादेश की सीमाओं से सटा पहाड़ी राज्य मिजोरम आठ पूर्वोत्तर राज्यों में कांग्रेस का अंतिम गढ़ है।
मौजूदा मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ललथनहावला लगातार तीसरे कार्यकाल की उम्मीद कर रहे हैं। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री जोरामथंगा की अगुवाई वाले मुख्य विपक्षी मिजो नेशनल फ्रंट से कड़ी चुनौती मिल रही है।
कांग्रेस और एमएनएफ दोनों ने 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। राज्य में भारतीय जनता पार्टी भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की कोशिश कर रही है और इसने 39 उम्मीदवार उतारे हैं।
बीजेपी और कांग्रेस के अलावा मिजो नेशनल फ्रंट (एनएनएफ) समेत कई क्षेत्रीय एवं स्थानीय पार्टियों ने भी 40 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों को उतारा है। राज्य में कुल 768,181 मतदाताओं में से 393,685 महिलाएं और 3,74,496 पुरुष मतदाता हैं। इन मतदाताओं ने 209 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला करने के लिए मतदान किया। इन उम्मीदवारों में से 15 महिलाएं हैं।