एक दशक बाद फिर ग्लोबल आर्थिक मंदी आने वाली है?
भारत इन दिनों आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। ऑटो मोबाइल समेत कई सेक्टर मंदी के दौर से गुजर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंदी की वजह से कुछ दिनों में लाखों लोगों की नौकरियां चली गईं।
अब खबर है कि पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी आ सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर नहीं सुलझ पाने की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। इसकी वजह से दुनिया की नौ प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं मंदी की कगार पर हैं। जानकारों का कहना है कि अगर इसका कोई हल नहीं निकाला गया और दोनों देशों के बीच ऐसे ही ट्रेड वॉर चलता रहा तो 2021 तक अमेरिकी अर्थव्यवस्था फिर से मंदी के दायरे में चली जाएगी। जिसकी वजह से पूरे दुनिया की इकोनॉमी को करीब 585 अरब डॉलर का चूना लग सकता है।
नेशनल एसोसिएशन फॉर बिजनेस इकोनॉमिक्स के सर्वे के मुताबिक 34 फीसदी इकोनॉमिस्ट यह मानते हैं कि अगला नंबर अमेरिका का ही है। अमेरिकी अर्थव्यस्था धीरे-धीरे सुस्त पड़ रही है। हालांकि अच्छी बात ये है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले हफ्ते ही चीन के साथ ट्रेड वॉर खत्म करने की पहल कर चुके हैं। दोनों ही देश इस महीने के आखिर तक फिर से बातचीत शुरू करने जा रहे हैं। आपको बता दें कि दुनिया के नौ प्रमुख देश ब्रिटेन, जर्मनी, रूस, सिंगापुर और ब्राजील मंदी के कगार पर हैं या मंदी की चपेट में आ चुके हैं।
वैश्विक आर्थिक मंदी ना आए इसके लिए कई देश कोशिश कर रहे हैं। यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, एशिया के भारत समेत कई देशों के केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने लैपटॉप, सेल फोन जैसे चीन के उत्पादों पर 10 फीसदी का अतिरिक्त आयात कर लगाने का फैसला टाल दिया है।