बिश्केक शिखर सम्मेलन में जब एक छत के नीचे नजर आए पीएम मोदी और इमरान, फिर क्या हुआ जानिए
कर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में हो रहे शंघाई कोऑपरेशन काउंसिल यानि SCO की बैठक दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय मुलाकात हुई।
दोनों नेताओं की मीटिंग के दौरान कई मुद्दों पर बातचीत हुई। मीटिंग के बाद विदेश सचिव विजय गोघने ने बताया कि इंडिया को चीन के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई जिसमें चीन का मुद्दा भी शामिल था।
FS,Vijay Gokhale in Bishkek: There was a brief discussion on Pakistan. PM recalled that he has made efforts and these efforts have been derailed,that Pak needs to create atmosphere free of terror and at this stage we do not see this happening. We expect it to take concrete action https://t.co/0W17RFFYjL
— ANI (@ANI) June 13, 2019
मीटिंग में पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति से कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच फिलहाल बातचीत का माहौल नहीं है, क्योंकि पाक के सामने पिछले कुछ वक्त में अब तक जो मुद्दे उठाए गए उस पर कोई चर्चा नहीं हुई है। इन मुद्दों में सबसे बड़ा मुद्दा आतंकवाद का है। मीटिंग में भारत की तरफ से कहा गया कि पुलवामा हमले का गुनहगार मसूद अजहर को इंटरनेशनल आतंकी घोषित किये जाने के बावजूद वो पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है।आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी के दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद ये दोनों देशों के प्रमुखों की पहली मुलाकात है। इंडिया 2005 से SCO में एक पर्यवेक्षक रहा है और समूह की मंत्री स्तरीय बैठकों में भाग लिया है। भारत और पाकिस्तान को साल 2017 में SCO की स्थायी सदस्यता दी गई थी। SCO की स्थापना साल 2001 में शंघाई में हुई थी। अभी दुनिया की आबादी का करीब 42 फीसदी और वैश्विक GDP के 20 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व SCO करता है।
आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी के दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद ये दोनों देशों के प्रमुखों की पहली मुलाकात है। इंडिया 2005 से SCO में एक पर्यवेक्षक रहा है और समूह की मंत्री स्तरीय बैठकों में भाग लिया है। भारत और पाकिस्तान को साल 2017 में SCO की स्थायी सदस्यता दी गई थी। SCO की स्थापना साल 2001 में शंघाई में हुई थी। अभी दुनिया की आबादी का करीब 42 फीसदी और वैश्विक GDP के 20 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व SCO करता है।