कश्मीर के मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर एक बार फिर मध्यस्था का राग छेड़ा है। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले दो हफ्तों में तनाव कम हुआ है।
ट्रंप नें अपनी पुरानी बात दोहराते हुए फिर कहा कि वो दोनों देशों की मदद करना चाहते हैं और उनका ऑफर अभी भी खुला हुआ है। हालांकि उन्होंने इस बार इस पर जोर दिया कि वो मध्यस्था को तभी आगे आएंगे जब इसके लिए दोनों देश राजी होंगे। G-7 सम्मेलन में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ये पहली बार है जब डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर के मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया दी है। दोनों देशों के प्रमुख के बीच फ्रांस के बिआरित्ज शहर में मुलाकात हुई थी।
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें लगता है कि पिछले 15 दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कुछ कम हुए हैं। आपको बता दें कि डोनल्ड ट्रंप ने पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के सामने मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा था। जिसे इमरान खान ने फौरन मान लिया था। हालांकि भारत ने ये साफ कर दिया था कि वो कश्मीर के मुद्दे पर किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्था के लिए तैयार नहीं है। इसके बाद ट्रंप की मुलाकात पीएम मोदी से फ्रांस में हुई थी। तब ट्रंप ने कहा था कि दोनों देश आपस में मामला सुलझा सकते हैं। इसलिए किसी तीसरे पक्ष की ज़रूरत नहीं है।
आपको बता दें जब से कश्मीर से भारत ने आर्टिकल 370 हटाया है। तभी से पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्ते और खराब हुए हैं। दरअसल 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान समेत उनके दूसरे मंत्री इस मुद्दे पर कई बार भारत के खिलाफ बयान दे चुके हैं। इधर भारत पहले ही पाकिस्तान से दो टूक कह चुका है कि पाकिस्तान से किसी भी तरह की बातचीत तभी मुमकिन है जब वो आतंकवाद पर लगाम लगाए।