पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बालावाला में आयोजित होली मिलन समारोह में बड़ा बयान दिया। मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद पहली बार त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुले मंच से इशारों-इशारों में बड़ी बात कह दी।
त्रिवेंद्र सिंह रावत के कहा कि ”जब अभिमन्यु को कौरवों द्वारा छल से मारा जाता है तो मां द्रौपदी शोक नहीं करती हैं, मां द्रौपदी हाथ खड़े करके बोलती हैं इसका प्रतिकार करो पांडवों. राजनीति में तो ये घटनाएं घटित होती रहती हैं.”
त्रिवेंद्र ने कहा कि मैं राजनीति की काजल की कोठरी से साफ-सुथरा निकाला। मैं यह नहीं जानता कि मुझे सीएम पद से क्यों हटाया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने जो भी योजनाएं लागू कीं, वो उत्तराखंड, महिलाओं और युवाओं की मजबूती के लिए थीं। त्रिवेंद्र बोले, मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि मेरे राजनैतिक जीवन का आप आकलन करें तो कभी यह नहीं पाएंगे कि मुझे मेरी मां, बहनों और भाइयों से आंख से आंख मिलाने पर दिक्कत हो।
उत्तराखंड के पूर्व सीएम ने होली मिलन कार्यक्रम में कहा कि राजनीतिक रूप से जो भी कष्ट मुझे मिलेंगे, मैं झेलूंगा, लेकिन अपने रास्ते से नहीं हटूंगा। कुछ कार्यकर्ता भावुक भी हो रहे हैं, उसकी जरूरत नहीं है। हम पांडवों की धरती के लोग हैं, जब कुरुक्षेत्र में अभिमन्यु को छल से मारा गया तो द्रौपदी ने शोक नहीं किया, बल्कि दोनों हाथ उठाकर उस छल का बदला लेने के लिए पांडवों को प्रेरित किया।
त्रिवेंद्र ने आगे कहा कि राजनीति में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। राजनीति की काजल की कोठरी से मैं साफ सुथरा निकला हूं, इस बात का मुझे संतोष है। बकौल त्रिवेंद्र, मैं कभी भी डोईवाला की जनता को यह महसूस नहीं होने दूंगा कि उनके विधायक ने कोई गलत काम किया। कार्यक्रम के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्हें नहीं पता कि सीएम पद से क्यों हटाया गया।
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