अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के एक साल पूरे, पहली वर्षगांठ पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का बड़ा ऐलान
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर पिछले साल शुरू की गई अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की आज पहली वर्षगांठ है।
देश के हर परिवार को इलाज देने के मकसद से शुरू की गई इस योजना के एक साल पूरे होने पर उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों को बताया कि पिछले एक साल में इस योजना के तहत प्रदेश में अब तक 1.10 लाख लोग मुफ्त इलाज करवा चुके हैं।
समारोह में सीएम ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के सिर्फ 5.5 लाख परिवार हैं जिनको फायदा मिलना था, लेकिन उत्तराखंड की सरकार ने अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना से प्रदेश के सभी परिवार को जोड़ दिया है और ऐसा करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन गया है। योजना के तहत 34.70 लाख गोल्डन कार्ड अब तक बनाए जा चुके हैं। योजना के तहत हर साल एक परिवार पांच लाख रुपये का कैशलेस इलाज करवा सकता है।
आपको बता दें कि अटल आयुष्मान योजना में प्रदेश के करीब 23 लाख परिवारों में से ESI, ECHS, और CGHS के तहत कवर सात लाख परिवारों को छोड़कर 18 लाख परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने हैं। 18 लाख परिवारों में से तीन लाख परिवार राजकीय सेवक/पेंशनर हैं, बाकी बचे 15 लाख परिवारों में से 14.50 लाख परिवारों (कम से कम एक सदस्य) के हिसाब से 34.70 लाख गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके हैं।
इस हेल्थ स्कीम के तहत सूबे में 101 सरकारी और 74 निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। योजना के तहत अलग-अलग बीमारियों के 1350 पैकेज निर्धारित हैं। अगर इन 1350 पैकेज के अलावा दूसरी कोई बीमारी है तो उसके लिए एक लाख रुपये की सीमा तक इलाज का भी प्रावधान है।