Coronavirus: चीन में MBBS की पढ़ाई कर रही दून की छात्रा की आ गई है रिपोर्ट, ऋषिकेश AIIMS में है भर्ती
चीन के वुहान में एक मेडिकल कॉलेज में MBBS की पढ़ाई करने वाली देहरादून की युवती की जांच रिपोर्ट आ गई है।
ऋषिकेश एम्स ने युवती की रिपोर्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुणे लैब की जांच के मुताबिक, युवती की ब्लड सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव है। मतलब ये कि युवती को कोरोना वायरस नहीं है। MBBS की पढ़ाई करने वाली ये युवती कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए चीन के वुहान से 19 जनवरी को देहरादून लौटी थी। देहरादून लौटने के बाद युवती को बुखार आया। इसके बाद उसके परिजन 22 जनवरी को दून अस्पताल लेकर पहुंचे। कोरोना वायरस जैसे लक्षण युवती में देखे जाने के बाद दून के डॉक्टरों ने युवती को ऋषिकेश एस्म में रेफर कर दिया था।
युवती को 29 जनवरी को ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया था। युवती में कोरोना वायरस जैसे लक्षण दिखने के बाद हड़कंप मच गया था। इसके बाद ऋषिकेश के डॉक्टरों ने जांच के लिए युवती के ब्लड सैंपल को पुणे लैब में भेजा था। अब युवती की रिपोर्ट आई है। जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग ने भी राहत की सांस ली। युवती सामान्य सर्दी जुकाम से पीड़ित है। फिलहाल राज्य में कोरोना वायरस का कोई भी मामला पॉजिटिव नहीं पाया गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग पूरी एहतियात बरत रहा है। कोरोना वायरस चीन से अलग-अलग देशों में फैला है। केरल में अब तक दो मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। उनका इलाज जारी है। चीन में इस बीमारी से अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं।
कोरोना वायरस और इसके लक्षण क्या हैं:
कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्ति को सिरदर्द, खांसी, गले में खराश, बुखार, लगातार छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना, थकान महसूस होना, निमोनिया हो जाना या फेफड़ों में सूजन जैसे लक्षण हो सकते हैं। बूढ़े व्यक्तियों के लिए यह वायरस और घातक हो सकता है, क्योंकि जवान लोगों की तुलना में बूढ़े लोगों में रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है। विशेषज्ञों ने हाल ही में कोरोना वायरस के जीन अनुक्रम को डिकोड किया जिसे 2019-एनसीओवी का नाम दिया गया है। ऐस में इस तरह की दिक्कत महसूस होते ही डॉक्टर से मिलें। कोरोना वायरस को 1960 के दशक में पहली बार खोजा गया था। उसकी मुकुट जैसी आकृति की वजह से उसे कोरोना या क्राउन नाम दिया गया।