कोरोना वायरस: उत्तराखंड के इस जिले में चीन से लौटे 12 लोग, मचा हड़कंप, स्वास्थ्य विभाग ढूंढने में जुटा
चीन में कोरोना वायरस से अब तक 563 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, हजारों लोग इस बीमारी की चपेट में हैं, जिनका इलाज जारी है।
भारत में तीन लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद दहशत का माहौल है। वहीं, उत्तराखंड में भी लोग इस जानलेवा बीमारी से दहशत में हैं। इस बीच चीन से पौड़ी जिले में 12 लोग लौटे हैं, जिन्हें स्वस्थ्य विभाग ढूंढ रहा है। जिले के स्वास्थ्य विभाग को चीन से लौटने की 12 लोगों की जानकारी केंद्र सरकार ने दी है। सभी को संदिग्ध लोगों की श्रेणी में रखा गया है, क्योंकि चीन में कोरोना वायर का भयंकर प्रकोप है। ऐस में स्वास्थ्य विभाग इन्हें ढूंढकर इनकी जांच कर यह सुनिश्चित होना चाहता कि कहीं इनमें कोरोना वायरस तो नहीं हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इन 12 लोगों में से एक व्यक्ति की जांच हो चुका है, जिसमें कोरोना वायरस नहीं पाया गया है। स्वस्थ्य विभाग बाकी के 11 लोगों की तलाश में जुटा हुआ है, जिनकी अब तक कोई खबर नहीं लगी है। ये सभी लोक चीन में काम करते थे। कोरोना वायरस के खतरे के चलते भारत लौटे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने 15 निगरानी टीम और चार नोडल सेंटर बनाकर अपनी तरफ से तैयारियां पूरी कर ली हैं। जैसे ही ये लोग मिलेंगे उनकी जांच की जाएगी।
एसीएमओ ने बताया कि भारत सरकार से 12 संदिग्ध लोगों की सूची मिली है, जिनमें से एक का परीक्षण कर लिया गया है, जबकि 11 लोगों को जांच के लिए ढूंढा जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 15 निगरानी टीमें और चार नोडल केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर दवाओं और वेंटीलेटर की व्यवस्था भी की गई है। इनमें चिकित्सालय पौड़ी, संयुक्त चिकित्सालय श्रीनगर, मेडिकल कॉलेज श्रीनगर और बेस चिकित्सालय कोटद्वार शामिल हैं।
क्या है कोरोना वायरस और क्या है इसके लक्षण?
कोरोना वायरस एक विषाणुजनित रोग है। जो चीन में काफी फैला हुआ है। धीरे-धीरे ये वायरस दूसरे देशों में भी तेजी से फैल रहा है। उत्तराखंड में वायरस ने दस्तक दे दी है। अब तक दो मरीज में इस वायरस के होने की आशंका जताई गई है। बुखार खांसी-जुकाम, गले में खराश होना इस वायस के लक्षण हैं। हालत ज्यादा गंभीर होने पर इंसान को सांस लेने में तकलीफ और न्यूमोनिया होने लगता है।
कैसे करें बचाव?
इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सावधानी और सतर्कता से बचाव आसान है। कोरोना वायरस के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन फिलहाल नहीं है। सिर्फ लक्षण और डॉक्टरों की सलाह से इसका इलाज किया जाता है।