कोरोना वायरस: उत्तराखंड में लॉकडाउन के बीच त्रिवेंद्र सरकार ने मजदूरों के लिए किया बड़ा ऐलान
देशभर में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ गया है। देश में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है और 391 लोग इस बीमारी की चपेट में हैं।
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उत्तराखंड समेत कई राज्यों में लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। उत्तराखंड में लॉकडाउन के अलावा राज्य सरकार लगातार कई बड़े फैसले ले रही है, ताकि प्रदेश की जनता को इस मुश्किल घड़ी में कोई परेशानी न हो। फिलहाल उत्तराखंड में 31 मार्च लॉकडाउन रहेगा। मतलब ये कि इस दौरान सभी फैक्ट्रियं, दुकान, बाजार, मॉल बंद रहेंगे। सिर्फ आपातकालीन सेवाएं ही चालू रहेंगी। बाकी सबकुछ बंद रहेगा। जाहिर ऐसे समय में उन मजदूरों के सामने सबसे बड़ी परेशानी खड़ी हो गई थी।
लॉकडाउन के मद्देनजर मजदूरों के लिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “लॉकडाउन की स्थिति में मजदूर छोटे कारीगर प्रभावित न हों, इसके लिए सरकार ने राज्य में रजिस्टर्ड मजदूरों के खाते में एक-एक हजार रुपये डालने का फैसला किया है, ताकि उनको खाने पीने की दिक्कत न रहे।” इस फैसले का मतलब ये है कि जब तक प्रदेश में लॉकडाउन रहेगा, मजदूरों के खाते में हर रोज सरकार एक-एक हजार रुपये डालते रहेगी।
इससे पहले सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड में लॉकडाउन का ऐलान करते हुए कहा, “कोरोना वायरस से लड़ाई जीतने के लिए जरूरी है कि प्रदेश की जनता घरों में रहे और सरकार का सहयोग करें। प्रदेश में 31 मार्च तक लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है और सभी आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर बाकी सभी सेवाएं स्थगित कर दीं गई हैं।”
प्रदेश में जो लोग इस बात से चिंतित हैं कि लॉकडाउन के दौरान क्या होगा, कैसे राशन मिलेगा। उन्हें भी सीएम ने आश्वस्त दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं आश्वस्त करता हूं कि किसी भी प्रकार की खाद्यान्न व औषधियों की कमी हम नहीं होने देंगे। जरूरत पड़ने पर घर-घर जाकर खाद्यान्न और दवाइयां पहुंचाई जाएंगी।