अलविदा जनरल रावत! रायसीना से गढ़वाल तक
देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। दिल्ली से गढ़वाल तक पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है।
सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका के निधन के बाद गुरुवार को उनके पैतृक गांव सैंण में शोक सभा का आयोजन किया गया। यहां उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। बिपिन रावत के पैतृक गांव सैंण में उनके चाचा का परिवार रहता है। बुधवार को निधन की खबर सुनने के बाद से उनके चाचा भरत सिंह रावत और उनका परिवार गहरे सदमे हैं। वो उन्हें याद कर बार-बार भावुक हो रहे। जिले के डीएम ने भी सीडीएस बिपिन रावत के चाचा के परिवार से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।
चमोली जनपद में भी जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी गई। यहां पोखरी में आयोजित पांच दिवसीय शरदोत्सव मेले को भी 11 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। मेले में 11 की रात से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे और 13 दिसंबर को मेले का समापन होगा। बता दें कि देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत पौड़ी गढ़वाल जिले के द्वारीखाल ब्लॉक के ग्राम पंचायत बिरमोली के उपग्राम सैंण के निवासी थे। बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर क्रैश उनकी मौत हो गई थी। इस हादसे में 14 और लोगों की मौत हो गई है।