मुखर विपक्ष की तरह सक्रिय हुए पूर्व CM हरीश रावत! कहा-बेरोजगार नौजवानों की व्यथा सामने लाने के लिए रखूंगा उपवास
उत्तराखंड कांग्रेस 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग गई है। सूबे के पूर्व सीएम हरीश रावत अब त्रिवेंद्र सरकार को बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरने की तैयारी करने लगी है।
एक और जहां केंद्र में मोदी सरकार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार बेरोजगारी और देश की गिरती अर्थ व्यवस्था को लेकर निशाने पर ले रही हैं वहीं अब राज्य कांग्रेस भी उसी राह पर चल पड़ी है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने राज्य में बेरोजगारी के मुद्दे पर कहा है कि “मैं 1 सितंबर को बेरोजगार नौजवानों की व्यथा को समाज और राज्य के नीति नियंताओं के सामने लाने के लिए अपने आवास पर उपवास रखूंगा” दरअसल, हरीश रावत का यूं सक्रिय होना कहीं ना कहीं 2022 के चुनाव की ओर जरूर इशारा कर रहा है।
वहीं दूसरी और राज्य की पॉलिटिक्स में अब बीजेपी और कांग्रेस के अलावा ‘आम आदमी पार्टी’ भी एट्री लेने जा रही है। राज्य में अभी तक बीजेपी और कांग्रेस ही दो बड़े दल चुनाव लड़ते आ रहे थे। ऐसे में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का कहना है कि ‘आप’ पार्टी के उत्तराखंड में चुनाव लड़ने से बीजेपी को फायदा ही होगा। उनका कहना है कि भाजपा विचारधाराओं से जुड़ी पार्टी है और कोई उसे टस से मस नहीं कर सकता। उन्होंने 2022 के चुनाव में एक बार फिर बीजेपी की ऐतिहासिक जीत की बात कही है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि ‘आप’ के उत्तराखंड में चुनाव लड़ने से उनकी पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि ‘आप’ पार्टी उत्तराखंड में आकर चुनाव लड़ती है तो इससे कांग्रेस के वोट शेयर पर कोई असर नहीं होगा, बल्कि कांग्रेस पहले से अधिक मजबूती के साथ उभर कर आएगी।