उत्तराखंड में कोरोना कर्फ्यू से जल्द राहत मिलने की उम्मीद, CM तीरथ सिंह रावत ले सकते ये निर्णय

उत्तराखंड में लगातार कम हो रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए जल्द कोरोना कर्फ्यू से निजात मिलने की उम्मीद है।

वहीं सरकार आम जनजीवन को दुबारा पटरी पर लाने के लिए राज्य में आर्थिक गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से शुरू करने पर विचार कर रही है। इसके मद्देनज़र मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुछ मंत्रियो और अधिकारियों के साथ बातचीत की है जिसमें कोरोना संक्रमण को देखते हुए आठ जून के बाद क्या फ़ैसला लिया जाए इस पर बातचीत हुई।

साथ ही राहत देने से लेकर आने वाले समय पर भी बातचीत हुई। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार आठ जून के बाद कुछ राहत देने के मूड में है ऐसे में सरकार कर्फ़्यू हटाने पर भी विचार कर रही है।

कोरोना कर्फ्यू के कारण राज्य में एक-सवा महीने से बाजार और उघोग धंधे बंद पड़े हैं जिन्हें फिर से शुरू किए जाने की जरूरत है। राज्य के व्यापारियों द्वारा बाजारों को खोलने की मांग को लेकर प्रदेश भर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों का दौर आज भी जारी रहा। टिहरी और रुड़की के व्यापारियों ने आज प्रदर्शन कर सरकार से जल्द बाजार खोलने की मांग की है।

इससे पूर्व राजधानी दून हरिद्वार और नैनीताल सहित कई शहरों में व्यापारी सरकार से नाराजगी जता चुके हैं। नैना देवी व्यापार मंडल के अध्यक्ष पुनीत टंडन ने सरकार से जो तीखे सवाल किए हैं वह सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। व्यापारियों का कहना है कि सरकार उनकी कोई मदद नहीं कर रही है। व्यापारियों के बढ़ते दबाव और कोरोना केसो में कमी के मद्देनजर सरकार में इस पर मंथन जारी है उम्मीद है कि 8 जून से राज्य में दिन का कर्फ्यू समाप्त हो जाएगा तथा बाजारों को चरणबद्ध तरीके से खोलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

कोरोना के कारण बंद पड़े उघोगों और होटल तथा रेस्टोरेंट्सों के कारण लोगों के सामने बेरोजगारी का जो संकट बना हुआ है उसे भी सरकार द्वारा गंभीरता से लिया जा रहा है। कोरोना गाइड लाइनों के अनुपालन के साथ होटल और रेस्टोरेंटों को भी कुछ पाबंदियों के साथ खोला जा सकता है।

वहीं मॉल व अन्य दफ्तरों को खोलने की छूट भी दी जा सकती है। सरकार की सोच है कि धीरेकृधीरे अनलाकिंग की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाए क्योंकि एक साथ ढील दिए जाने से हालात फिर बिगड़ सकते हैं।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सामान्य मरीजों को भी भारी दिक्कतें झेलनी पड़ी है। अधिकांश सरकारी चिकित्सालयों के कोविड अस्पतालों में तब्दील किए जाने के कारण ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिए जाने के कारण लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा था। अब केसों में आई कमी के बाद फिर से सभी अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में ओपीडी सेवाएं शुरू किए जाने की उम्मीद है।

जिससे सामान्य रोगियों को इलाज मिल सकेगा। सरकार द्वारा फिलहाल 8 जून सुबह 6 बजे तक राज्य में कोविड कर्फ्यू जारी रखने की व्यवस्था दी गई है। उम्मीद की जा रही है कि 4 दिन बाद कोरोना के कारण लगी पाबंदियों में ढील देने का काम शुरू हो जाएगा।

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