उत्तराखंड में ‘घुसपैठियो’ की अब खैर नहीं!
उत्तराखंड में पहचान छिपा कर रह रहे लोगों को लेकर प्रदेश सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पुलिस 10 दिनों तक सत्यापन अभियान चलाने जा रही है। इस दौरान उत्तराखंड में नौकरी और व्यापार करने वालों का सत्यापन तो किया ही जाएगा, साथ ही किरायेदारों का भी भौतिक सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के दौरान संदिग्ध पाए गए व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी अशोक कुमार ने पत्रकारों को बताया कि चारधाम यात्रा 2022 को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए ही ये कदम उठाया जा रहा है। ताकि यात्रा के दौरान शांति व्यवस्था कायम की जा सके।
बता दें, उत्तराखंड में हर दिन यूपी, दिल्ली, हिमाचल, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों से लोगों की आवाजाही लगी रहती है। ऐसे में कई बार आपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी दूसरे राज्यों में वारदातों को अंजाम देने के बाद उत्तराखंड में पहचान छिपाकर आज जाते हैं। ऐसे कई केस हैं जब यूपी, हरियाणा पंजाब के कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी उत्तराखंड से हुई है। यही वजह है कि इस बार चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले प्रदेश में पहचान कर रहने वाले बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया जा रहा है।