गुरुग्राम मस्जिद के नायब इमाम की हत्या, बिलखते भाई ने कहा- सिर्फ 22 साल का था वो, शादी भी नहीं हुई थी
हरियाणा के नूंह में फैली हिंसा ने गुरुग्राम के कई इलाकों को चपेट में ले लिया। हिंसा में कई लोगों की जान चली गई है।
गुरुग्राम के सेक्टर 57 स्थित मस्जिद में उपद्रवियों ने आग लगा दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान मस्जिद में मौजूद नायब इमाम पर हमला कर दिया। हमले में उनकी मौत हो गई। नायब इमाम के भाई शादाब अनवर का बयान आया है। बीबीसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि रात साढ़े ग्यारह बेज मेरे भाई (नायब इमाम) से बात हुई थी। मैंने उसे समझाया था कि सही से रहना। उसने कहा कि मस्जिद में कोई डर नहीं है। पुलिस यहां पर है।
मृतक नायब इमाम के भाई शादाब अनवर ने कहा कि रात करीब डेढ़ बजे अस्पताल से फोन आया कि आपका भाई एडमिट है। उन्होंने कहा कि मेरे भाई की वहीं (मस्जिद) मौत हो गई थी। उसका क्या कसूर था। अगर दुश्मनी मस्जिद वालों से थी तो उनसे बात करते, मेरा भाई तो वहां इमाम के तौर पर नौकरी करता था। उन्होंने कहा कि मेरे भाई से मेरी मुलाकात सोमवार को हुई थी, मैं उससे ठीक से मिल भी नहीं पाया था। ठीक से बात भी नहीं हो पाई थी।
मृतक नायब इमाम के भाई शादाब अनवर ने कहा कि मंगलवार को मेरे भाई को बिहार के मुजफ्फरपुर अपने घर पर जाना था। मैंने उसे मना किया था कि अभी घर मत जाओ, क्योंकि ट्रेन में भी माहौल ठीक नहीं है। जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में कुछ मुस्लिम की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि मेरा भाई ने अकेले कभी सफर नहीं किया था। उसका टिकट भी कंफर्म हो गया था। IRCTC से मैसेज आया है, टिकट कंफर्म हो गया है लेकिन, अब वो नहीं रहा। उन्होंने कहा कि हम लोग सितामढ़ी जिले के रहने वाले हैं। हमारे मां-बाप वहीं रहते हैं। हम तीन भाई हैं, इससे छोटा एक और भाई है। यह कहते हुए शादाब अनवर बिलख-बिलख कर रोने लगे। उन्होंने बताया कि मेरा भाई सिर्फ 22 साल का था, उसकी तो अभी शादी भी नहीं हुई थी।
एक चश्मदीद ने बताया कि भीड़ नारे लगाते हुए आई और मस्जिद का गेट तोड़कर अंदर घुस गई। उन्होंने मस्जिद में आग लगा दी। मारपीट की। गोली भी चलाई। एक अन्य चश्मदीद ने कहा कि जिस वक्त मस्जिद पर हमला हुआ हम वहीं छुपे थे। मस्जिद में आग लगा दी गई। तांडव मचाने के बाद वो चले गए। चश्मदीद ने बताया कि जब मस्जिद से बाहर निकल हमने देखा तो पुलिस वहां थी। पुलिसने कहा कि बाहर आ जाओ वो लोग चले गए। एक दमकल की गाड़ी आई और उसने आग पर काबू पाया।