उत्तरकाशी की दो होनहार बेटियों सविता और नौमी की हिमस्खलन में मौत, अपने परिवार की थीं सहारा
उत्तराखंड के उत्तरकाशी के द्रौपदी के डांडा -2 पर्वत शिखर में हिमस्खलन की वजह से उत्तरकाशी ने अपनी दो होनहार बेटियों को खो दिया है।
सविता कंसवाल और नौमी रावत, उत्तरकाशी ये वो बेटियां हैं, जिन्होंने उत्तरकाशी के साथ प्रदेश और देश का नाम रोशन किया। लेकिन अब यह बेटियां नहीं रहीं। इस खबर से पूरा उत्तरकाश शोक में डूब गया है। हर कोई इन दो बेटियों की मौत से स्तब्द है।
मृतका सविता कंसवाल महज 26 साल की थीं। सविता ने महज 16 दिन में माउंट एवरेस्ट के बाद दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची चोटी माउंट मकालू फतह कर विश्व कीर्तिमान बनाया था। सविता 9 साल में 12 चोटियों को फतह कर चुकी थीं। हादसे का शिकार सविता कंसवाल और नौमी रावत, दोनों ही अपने परिवार का सहारा थीं।
मंगलवार को 17000 फीट की ऊंचाई पर द्रौपदी के डांडा में आए एवलांच में करीब 29 लोग फंस गए। इनमें अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी हैं। 4 शवों को बाहर निकाला जा चुका है। अभी भी कई लोग लापता हैं। एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई हैं। मृतकों में दो लोगों की पहचान कर ली गई है। इनमें एक सविता कंसवाल और नौमी रावत हैं। फंसे 29 एनआईएम प्रशिक्षुओं में से 8 प्रशिक्षुओं को सुरक्षित बचा लिया गया है।