उत्तराखंड: दो साल बाद कैंची धाम हुआ गुलजार! कैंची मेले में उमड़ा जनसैलाब
दो साल बाद बुधवार को कैंची मेला में बाबा नीब करौरी महाराज के देसी-विदेशी भक्त यहां पहुंचे हैं।
कोरोना के मद्देनजर दो साल बाद इस बार मेला आयोजित किया गया है। ऐसे में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। मंदिर ट्रस्ट भक्तजनों के ठहरने, प्रसाद और मार्गों की व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है। बाबा नीम करौली महाराज को भोग लगाने के साथ कैंची मेल में सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हुआ। सुबह चार बजे से ही लोग कैंची मेले को लेकर कैंची धाम पहुंचे। सुबह 10 बजे तक 25 हजार से अधिक लोग दर्शन कर चुके हैं। अल्मोड़ा मार्ग पर भवाली से आठ किमी दूर बने कैंची धाम में हर वर्ष 15 जून को प्रतिष्ठा दिवस मनाया जाता है।
इस मौके पर भक्तजनों के लिए प्रसाद के लिए मालपुए बनाए जाते हैं। मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधक विनोद जोशी के मुताबिक मेले में भीड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए अतिरिक्त द्वार बनाए गए हैं। साथ ही मेले के लिए पुलिस प्रशासन भी जुट गया है। उत्तराखंड परिवहन निगम मेले के लिए नैनीताल से विशेष बसें चला रहा है।
मेले को सफल बनाने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन की टीम और मंदिर समिति के पदाधिकारी लगे हुए हैं। भवाली में दोपहिया वाहन चालकों को रोककर शटल सेवा और टैक्सियों वाहनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को कैंची धाम तक पहुंचाया जा रहा है।
कैंची धाम में जगह-जगह लंबा जाम लगने से श्रद्धालुओं को समस्या का सामना करना पड़ा। एसएसपी पंकज भट्ट को भी जाम में फंसे रहना पड़ा। भवाली और खैरना की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को चार किमी की लाइन में लगकर कैंची धाम में प्रवेश मिला। भट्ट ने बताया कि सुरक्षा की ²ष्टि से चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स मुस्तैद है।