देहरादून: विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन हुए राज्यपाल के अभिभाषण की 10 बड़ी बातें
10 दिनों तक चलने वाले उत्तराखंड विधानसभा के बजट की आज राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरुआत हो गई। सदन में करीब दो घंटे तक राज्यपाल का अभिभाषण हुआ। आपको उनके अभिभाषण की 10 बड़ी बातें बताते हैं।
1. राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना के तहत एकीकृत वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (ifms) सॉफ्टवेयर राज्य में लागू कर कोषागार स्तर पर ई-साइन के आधार पर मासिक लेखा एवं पेंशन प्रपत्रों को तैयार किया जा रहा है। शासकीय काम पूरी तरह से पेपर लेस किए जाने की तैयारी चल रही है।
2. पौड़ी गढ़वाल, उधम सिंह नगर और हरिद्वार जिले के 4500 गांव में ड्रोन सर्वे के जरिए आबादी वाले क्षेत्रों में स्वामित्व योजना के अंतर्गत भूमि के स्वामित्व अधिकार पत्र तैयार कराने की कार्यवाही जारी है।
3. राज्याधीन सेवाओं और शिक्षण संस्थाओं में दिव्यांगों के लिए 3 फीसदी आरक्षण को बढ़ाकर 4 फीसदी किया गया है।
4. वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से झाझरा में 134 करोड़ की लागत से साइंस सिटी की स्थापना की जा रही है।
5. लघु सिंचाई कार्यक्रमों के तहत 264 सिंचाई हौज, 92.16 किलोमीटर सिंचाई गूल और 147 पंपसेट का निर्माण कर 2085.60 हेक्टेयर सिंचन क्षमता का सृजन किया गया है।
6. आबकारी की मौलिक नीति, मादक पदार्थों के अनौषधीय उपयोग के निषेध का उन्नयन, प्रवर्तन करते हुए मादक पदार्थों की वैधानिक बिक्री के अधिकतम राजस्व प्राप्त कर वित्तीय वर्ष में कुल 3461.37 करोड़ का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
7. आयुष चिकित्सा पद्धति विश्व भर में अपनी स्वीकारिता और प्रभावकारिता दोनों दृष्टि से एक अग्रणी चिकित्सा विज्ञान पद्धति के रूप में उभरी है. भारत में इन चिकित्साओं की सुलभता, क्षमता, औषधियों की सरलता एवं प्रचुर मात्रा में उपलब्धता होने के दृष्टिगत आयुष चिकित्सा पद्धति का विकास किया जा रहा है।
8. राज्य सरकार सभी जनसामान्य को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है.समस्त राशन कार्डो को शत प्रतिशत ऑनलाइन डिजिटलाइजेशन करते हुए 94 प्रतिशत राशन कार्डो को आधार नंबर से लिंक कर एंड टू एंड कंप्यूटराइजेशन सप्लाई चेन real-time क्रियान्वयन प्रारंभ कर दिया गया है।
9. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से 5,28,000 परिवारों को रोजगार दिया गया। महिलाओं एवं बालक-बालिकाओं के विकास हेतु 105 बाल विकास परियोजनाएं संचालित की गई हैं।
10. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पाखरो क्षेत्र के अंतर्गत 106.16 हेक्टेयर क्षेत्र में 26 करोड 74 लाख की धनराशि से प्रथम टाइगर सफारी की स्थापना की जाएगी।