चमोली: आजादी के बाद उत्तराखंड की सीमा पर बसे आखिरी गांव में अब पहुंचा बैंक
आजादी के 73 साल साल बाद अब जाकर श्री बदरीनाथ धाम और देश के अंतिम गांव माणा को अब जाकर बैंक सुविधा से जोड़ा जा सका है।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. धन सिह रावत और नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. जीआर चिताला ने संयुक्त रूप से सहकारी बैंक का उद्घाटन किया। बैंक खुलने के पहले ही दिन 255 लोगों ने खाता भी खुलवाया। मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और नाबार्ड के महाप्रबंधक डॉ. चिताला के माणा पहुंचने पर स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी गांव की महिलाओं ने भोटिया नृत्य कर अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर सहकारिता मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि बैंक से आने वाले वक्त में सीमा पर तैनात सैनिकों और दूसरी पंक्ति के रूप में रह रहे ग्रामीणों के साथ देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को बैंकिग सेवा मिलेगी। इसके साथ ही एटीएम वैन लगाकर शाखा को और भी मजबूत किया जाएगा।
नाबार्ड के चेयरमैन डॉ. जीआर चिताला ने बताया कि उत्तराखंड के सभी जिलों में एक-एक एटीएम कैश वैन दी जाएगी। सीमांत जिले को ध्यान में रखते हुए विकास कार्यों के लिए एक फीसद ब्याज पर स्थापना कार्यों के लिए दिया जाएगा।